सर्पदंश पीड़ितों के लिए वरदान है सुशीला हॉस्पिटल
50 वर्षों से अधिक समय से हो रहा है उपचार
मछलीशहर,संकल्प सवेरा(जौनपुर ) नगर में स्थित सुशीला हॉस्पिटल सर्पदंश पीड़ितों के लिए वरदान साबित हो रहा है। सिर्फ इसी महीने में एक दर्जन से अधिक सर्पदंश से पीड़ित लोग इस अस्पताल में आकर ठीक हो चुके हैं। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सुनील गुप्ता ने बताया की बरसात की शुरुआत से ही लेकर नवंबर, दिसंबर माह तक हर साल हर सीजन में लगभग 20 से 25 मरीज सर्पदंश के आते हैं। जिसमें कोबरा, करैत और अन्य विषैले सांपों के शिकार लोगों की संख्या भी कम नहीं होती। बताया कि बरसठी विकासखंड की महुवारी गांव निवासी ज्योति सरोज पुत्री सभाजीत सरोज को एक सप्ताह पहले कोबरा सांप ने काट लिया था जिसे 72 घंटे बाद अथक प्रयास के बाद होश में लाया जा सका। इसी तरह प्रतापगढ़ जनपद के दिलीपपुर पट्टी निवासी राजकुमारी गौतम पत्नी गोविंदलाल जो बीते 10 अगस्त को करैत सांप के काटने के कारण अस्पताल में लाई गई थी उसे भी तीन दिन बाद होश में लाने में चिकित्सक सफल हुए। इसी प्रकार गोधवा गांव निवासी रीता विश्वकर्मा पत्नी राम अचल को नाग पंचमी के दिन कोबरा सांप ने काट लिया था। जिसे लगभग 100 घंटे के बाद जाकर होश आया और जान बचपाई।
बताया की पीड़ित मरीजों का इलाज पूरी तरह वेंटिलेटर और एंटी वेनम इंजेक्शन के साथ किया जाता है। बताया कि इस अस्पताल में पहले 50 साल पहले, उनके पिता नगर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर मानिकचंद गुप्ता के द्वारा सर्पदंश से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज की शुरुआत की गई। अस्पताल के चेयरमैन डॉ मानिकचंद गुप्ता ने कहा कि सांप काटने के तुरंत बाद कटे हुए स्थान पर ब्लेड से हल्का चीरा लगाकर थोड़ा खून बहा देना चाहिए , इसके बाद खून को रोकने के लिए साफ कपड़े से कसकर बांध देना चाहिए।और मरीज को उल्टी करवाने की भी कोशिश करनी चाहिए।