बालिकाओं के सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभा रही सुकन्या समृद्धि योजना -पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
डाक विभाग ने जौनपुर में अब तक 45 हजार बालिकाओं के खोले सुकन्या समृद्धि खाते, 65 गाँवों को बनाया सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम
संकल्प सवेरा जौनपुर बालिकाएं आने वाले कल का भविष्य हैं। उनके उज्जवल भविष्य के लिए अभी से उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने की जरूरत है। इसमें ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आरंभ ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज भी डाकघर की बचत योजनाएँ सर्वाधिक लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी पैसे जमा करते हैं। उक्त उद्गार ‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के तहत 11 अक्टूबर को बैंकिंग दिवस पर जौनपुर के
सरसरा गाँव में आयोजित बचत मेले को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने व्यक्त किये। इस अवसर पर जौनपुर जिले में 2000 से ज्यादा बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए। पोस्टमास्टर जनरल ने इस अवसर पर सुकन्या समृद्धि योजना, डाकघर बचत बैंक की पासबुक और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक क्यू.आर. कार्ड का वितरण भी किया।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और हमारे देश में बेटियों का स्थान अहम है। नवरात्र में हमारे यहाँ कन्याओं को पूजने की परंपरा है। ऐसे में 10 साल तक की बेटियों का मात्र ₹ 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, इस योजना के आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक आयाम भी महत्वपूर्ण हैं। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने लोगों से अपील भी की कि नवरात्र में गरीब व वंचित परिवार की नौ बेटियों का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाकर नई पहल करें।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डाकघर वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डिजिटल बैंकिंग के तहत घर बैठे खाता खोलने के साथ आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम द्वारा डाकिये के माध्यम से घर बैठे किसी भी बैंक के खाते से राशि निकालने की अनूठी सुविधा दी जा रही है। डाकिया अब चलते-फिरते बैंक हो गए हैं। यह भी बताया बताया कि जौनपुर में अब तक लगभग 45 हजार से ज्यादा बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाये जा चुके हैं और 65 गाँवों को संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाया जा चुका है।
जौनपुर मंडल के अधीक्षक डाकघर श्री पीसी तिवारी ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना से बेटियों को जोड़ने हेतु डाककर्मियों द्वारा घर-घर जाकर पहल की जा रही है। इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते हैं। बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के बाद जमा राशि का 50 प्रतिशत तक निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है।
मड़ियाहूं उपमण्डल के डाक निरीक्षक श्री एपी गोस्वामी ने बताया कि, सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है और जमा धनराशि व अर्जित ब्याज पर आयकर छूट भी है। खाता खोलने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र,अभिभावक का परिचय पत्र व निवास प्रमाण के साथ दो फोटो की जरूरत होती है।
सरसरा गाँव के प्रधान श्री राजेन्द्र प्रसाद बिंद ने कहा कि डाक विभाग देश के सबसे पुराने व प्रतिष्ठित विभागों में है। बेटियों के हित में डाक विभाग की यह अनूठी पहल स्तुत्य है। जिला पंचायत सदस्य श्री बसंत लाल पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डाक विभाग के इस अभियान से लोगों की निवेश में भागीदारी बढ़ेगी। इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल ने सरसरा स्थित हसिया ग्राम पंचायत भवन में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया।
इस अवसर पर इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के शाखा प्रबंधक राजीव कुमार, जांच निरीक्षक वी.एन. द्विवेदी, डाक सर्वेक्षक मनीष कुमार वर्मा व वीरेन्द्र तिवारी सहित डाक विभाग के तमाम कर्मचारीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी उपस्थित रहे। स्वागत श्री पी.सी. तिवारी ने , आभार ज्ञापन ए.पी. गोस्वामी ने और संचालन सभाजीत द्विवेदी ‘प्रखर’ जी ने किया।