कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए लेंगे संकल्प
30 जनवरी चलेगा स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान
अभियान
लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में दी जाएगी जानकारी
दूर करेंगे कुष्ठ रोग से जुड़ी भ्रांतियां
सामाजिक कलंक को मिटाने के लिए होगा प्रयास
जौनपुर,संकल्प सवेरा 28 जनवरी 2022 । महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को एंटी लैप्रोसी-डे के रूप में मनाया जाता है। इसके तहत जनपद में 30 जनवरी से 14 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जनपद के लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी जाएगी और कुष्ठ रोग व उससे ग्रसित मरीजों के बारे में भ्रांतियों को दूर किया जाएगा। इसके साथ ही कुष्ठ रोग के सामाजिक कलंक को मिटाने का भी प्रयास किया जाएगा।
नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि 30 जनवरी को कुष्ठ रोग दिवस मानते हुये जनपदवासी कुष्ठ रोग से मुक्त के लिए संकल्प लेंगे। उन्होने बताया कि जनपद में वर्ष 2021 से ही एक्टिंग केस डिटेक्शन एंड रूटीन सर्विलांस अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान के लिए 829 टीमें बनाई गईं हैं। प्रत्येक टीम में एक आशा कार्यकर्ता तथा उसके साथ एक पुरुष सहयोगी हैं और इस तरह से 1658 लोग काम कर रहे हैं। यह टीमें घर-घर भ्रमण करती हैं। इस दौरान पुरुष सहयोगी पुरुषों में तथा आशा कार्यकर्ता महिलाओं में देखते हैं कि किसी के चमड़े में दाग के साथ शून्यता तो नहीं है, जिसमें ऐसा दिखता है उसे नजदीकी प्राथमिक (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर भेजते हैं। जहां कुष्ठ रोग की पुष्टि होने के बाद मल्टी ड्रग ट्रीटमेंट (एमडीटी) दवा होगी।
डॉ प्रभात ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जल्द से जल्द कुष्ठ रोग की शुरुआत में ही उसकी पुष्टि कराकर मरीज को दवा खिलाने की शुरुआत कर देना है जिससे कि मरीज को विकलांगता से बचाया जा सके। उन्होने बताया कि इस समय नए सिरे से टीम बनाने का प्रयास हो रहा है जिसमें लगभग 450 टीमें बनेंगीं और 900 के लगभग लोग मरीजों को खोजने के अभियान में लगेंगे। उन्होंने बताया कि अप्रैल 2021 से अब तक 83 कुष्ठ रोगियों का उपचार चल रहा है जबकि इस दौरान 83 कुष्ठ रोगी उपचार कर ठीक भी किए जा चुके हैं।
लक्षण और बचाव: डॉ प्रभात ने बताया कि कुष्ठ रोग की प्रारम्भिक स्थिति में मरीजों में दाग के साथ ही दागवाले स्थान पर शून्यता जैसी स्थिति महसूस होती है। खुजली या दर्द नहीं होता है, त्वचा का रंग हल्का तैलीय हो जाता है। ऐसे लक्षणयुक्त व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच कराकर तुरंत मल्टी ड्रग ट्रीटमेंट (एमडीटी) दवा शुरू करा देनी चाहिए।