पूर्व सांसद धनंजय सिंह में बनाया रिकार्ड, एक दिन में 372 बूथों पर ग्रामीणों से हुए रूबरू
अपना बुध सबसे मजबूत :धनन्जय सिंह
जौनपुर।एक अजीब सा दौर इस समय मल्हनी विधान सभा को देखने को मिल रहा है।ऐसे में जब भाजपा समेत अन्य पार्टियां इस सीट पर अपना कब्जा जमाने को आतुर हैं तो वही दूसरी पूर्व सांसद धनंजय सिंह के चेहरे को सामने करके क्षेत्र की जनता खुद चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुकी है।

लगातार आश्वासनों से त्रस्त क्षेत्रीय जनमानस ने अब अपने नेता को जिताने की ठान ली है।रविवार को पूर्व प्रयोजित कार्यक्रम मेरा बूथ सबसे मजबूत के अनुसार जब विधानसभा के सभी 372 बूथों से एक साथ कार्यकर्ताओ की टोलियां धनंजय के प्रचार में अपने क्षेत्रों में निकलीं तो हर कोई यही समझा कि प्रत्येक टोली में धनंजय सिंह ही प्रचार कर रहें हैं। वहीं धनंजय भी अपने समर्थकों के जोश को बढ़ाने के लिये हर बूथ की टोली में पहुंचकर उत्साह बढ़ाते रहे।

मल्हनी विधानसभा की यह सीट पूर्व में रारी विधानसभा थी जिसे 2002 में धनंजय सिंह ने अपने पहले चुनाव में ही निर्दल प्रत्याशी के रूप में जीता था।2012 में मल्हनी विधानसभा के परिसीमन में आने के पश्चात से ही इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है ।तत्समय विषम परिस्थितियों में इस सीट को गवाने का दुख धनंजय से ज्यादा क्षेत्रीय जनता को रहा है।

2012 से 17 तक सपा के शासन में रहते हुए भी क्षेत्र का विकास महज कागजो तक ही सीमित रहा, आमजन से खास तक को जब भी कोई समस्या हुई तो सत्ता का साथ तो नही मिला लेकिन धनंजय सिंह के पास से कोई खाली नही आया।

कोरोना जैसी महामारी में हर जरूरतमंद तक बिना किसी भेदभाव के हर सम्भव सहायता पहुचाने में कोई कसर नही छोड़ी।

रविवार को भी जब मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम की शुरुआत हुई तो हर बूथ का प्रशंसक खुद को धनंजय मानकर मैदान में उतर गया।अपार जनसमर्थन के बीच कार्यकर्ता जब घरों पर वोट मांगने पहुंचे तो उन घरों के लोग भी कार्यकर्ता बनकर टोली में हो लिए ।

दोपहर बाद तो यह टोलियां एक बड़े जनसैलाब का रूप ले चुकी थीं।वही दूसरी तरफ एक दिन पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जिले में दौरा करने के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं में प्रचार को लेकर जोश नही दिखा।

अपना बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के माध्यम से पूर्व सांसद धनंजय सिंह रविवार को मल्हनी विधानसभा के 372 बूथों पर कार्यकर्ता से जुड़कर लोगो से रूबरू हुए। कार्यकर्ताओं के माध्यम से एक साथ सभी बूथों पर जुटे ग्रामीणों से वार्ता कर उन्होंने जनपद में जो रिकार्ड कायम किया उसकी चर्चा आज पूरे जिले में होती रही।

कोरोना काल मे न तो बड़ी रैलियां होगी और न ही सड़को पर भीड़ दिखेगी। ऐसे में मल्हनी उपचुनाव जीतने के लिए सम्भावित उम्मीदवार नई तकनीकी से प्रचार- प्रसार कर रहे है। रविवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने मल्हनी के सभी 372 बूथों पर आनलाइन होकर कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों से जुड़कर उनसे रूबरे हुए। वे खुद अपने गांव बंसफा के बूथ पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद घर- घर जाकर लोगो से सम्पर्क कर उनकी समस्याओं को सुनकर उसका निदान कराया।

पूर्व सांसद ने ‘अपना बूथ, सबसे मजबूत’ का नारा देकर मल्हनी विधानसभा के हर बूथ पर 25 से 30 कार्यकर्ताओं का मोबाइल से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया। रविवार को सुबह आठ बजे से लेकर दिन में तीन बजे तक मल्हनी के हर बूथ के कार्यकर्ताओं से जुड़कर सम्बाद किया। कार्यकर्ता उनके मोबाइल पर वीडियो कालिंग करके बूथ पर जुटे ग्रामीणों से सीधी वार्ता करा रहे थे। पूर्व सांसद से वार्ता के बाद कार्यकर्ता गांव के हर घर पर जाकर चुनाव प्रचार करने और फोन से पूर्व सांसद से बात कराने का काम कर रहे थे। धनंजय सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी का दौर है।

चुनाव प्रचार करने के लिए प्रत्येक रविवार को कार्यकर्ताओं के माध्यम से यह कार्यक्रम चलता रहेगा। मैं स्वयं पदयात्रा कर प्रत्येक घर जाकर लोगो से सम्पर्क करूंगा। उन्होंने कहा कि हमारा कार्यकर्ता बूथ पर लड़ेगा तो उसकी समस्या का समाधान भी मैं ही करूँगा।

कहा कि कई ऐसे लोग है जो चुनाव लड़े और गायब हो गए। कार्यकर्ताओं से आनलाइन बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मै सुचितापूर्ण ईमानदारी के साथ राजनीति कर रहा हूं। निधि का पैसा देकर हमने कभी भी कमीशन नही खाया। मल्हनी उपचुनाव में इस बार जाति टूट जाएगी। यह चुनाव सरकार के लिए नही हो रहा है।

इस उपचुनाव से सरकार की सेहत को कोई फर्क नही पड़ने वाला है और न ही बसपा या सपा यहां से जीतने के बाद सरकार बना लेगी। पूर्व सांसद ने कहा कि ईमानदारी से देखा जाय तो भाजपा को यह सीट सहयोगी निषाद पार्टी के लिए छोड़ देनी चाहिए। क्योकि हम रनर थे और वे चौथे स्थान पर थे।













