25 वर्ष पुराने पूरे होने पर धूमधाम से मनाया रजत जयंती समारोह
-पुरातन छात्रों ने विद्यालय को दिया उपहार में दिया सुसज्जित अध्ययन कक्ष
जौनपुर,संकल्प सवेरा: जवाहर नवोदय विद्यालय मड़ियाहूं के पुरातन छात्रों ने रविवार को धूमधाम से रजत जयंती समारोह मनाया गया। तत्कालीन शिक्षकों को सम्मानित कर पुरानी यादों को न सिर्फ ताजा किया बल्कि विद्यालय को अत्याधुनिक संसाधनों से सुसज्जित अध्ययन कक्ष बनवाकर उपहार दिया।
विद्यालय में 1992 में कक्षा छह में प्रवेश लिए छात्रों ने 1999 में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण किया। वर्तमान में यह छात्र प्रशासनिक पदों पर अधिकारी, जाने-माने चिकित्सक, प्रोफेसर सहित विभिन्न पदों पर आसीन हैं। इन छात्रों ने विद्यालय से विदा होने के 25 वर्ष पूरा होने पर न सिर्फ हर्षोल्लास रजत जयंती समारोह मनाया बल्कि स्मृतियों को सजोने के लिए अपने मद से स्व अध्ययन के लिए 20 गुणे 40 फिट का शानदार अध्ययन कक्ष का निर्माण कराकर नूतन छात्रों के उपहार स्वरूप भेंट किया।
इस मौके पर तत्कालीन शिक्षक, शिक्षिकाओं को आमंत्रित कर उनको अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह, कलाई घड़ी, बैग, थर्मस, वस्त्र, डायरी आदि देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित किए गए शिक्षकों में मुदित सक्सेना, अजय उपासनी, आरपी सिंह, कंचन गुप्ता, कनक सिंह, एसके त्यागी, बीएस सेंगर, सुधा श्रीवास्तव, कुंदन सिंह, आरपी गुप्ता, बीसी पंत, धर्मेंद्र शुक्ला, ओपी सिंह आदि रहे। इन शिक्षकों में अधिकांश सेवानिवृत्त हो चुके हैं तो कुछ देश के अन्य राज्यों में स्थित नवोदय विद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे हैं। इसके पूर्व विद्यालय की छात्राओं ने गीत के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य बालकृष्ण ने कहा कि 25 वर्षों के बीत जाने के बावजूद पुरातन छात्रों द्वारा अपने गुरुजनों को दूर-दूर से एकत्रित कर सम्मानित करना उनके प्रति समर्पण को दर्शाता है। पुरातन छात्रों द्वारा सम्मान से आह्लादित शिक्षक अपने पुराने छात्रों को सफलता की ऊंचाई पर पहुंचा देख खुशी से फूले न समाये। वहीं पर छात्र भी अपने गुरुजनों के अपने बीच पाकर भाव विभोर रहे। छात्र भी एक दूसरे से अपने विचारों को साझा किया। समारोह का संचालन डाक्टर रिचा दुबे ने किया। पुरातन छात्रों में मुख्य रूप से मछलीशहर के उप जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार, डाक्टर मुकेश शुक्ल, डा. संजय कुमार भारती, सरिता गौतम, डा. सुमन, नीरज सिंह, प्रीति त्रिपाठी, एकता जायसवाल, आलोक गुप्ता, प्रवीण तिवारी आदि का सराहनीय योगदान रहा।