ऐतिहासिक सीता श्रृंगार मेला प्रारम्भ
पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों से मेले में आते हैं दुकानदार
संकल्प सवेरा शाहगंज / जौनपुर ऐतिहासिक सीता श्रृंगार मेला (चूड़ी मेला) का आयोजन मंगलवार से प्रारम्भ हो गया। मेला सप्ताह भर तक चलेगा। मेला श्रीराम लीला समिति के नेतृत्व में लगाया जाता है। दशहरा मेला के दस दिन बाद शुरु हो धनतेरस की पूर्व संध्या पर समाप्त होता है।
मान्यता के मुताबिक लंका विजय के उपरांत माता सीता जब अयोध्या पहुंची तो श्रृंगार सामग्री लेने हेतु सहेलियों के साथ मेले में पहुंची। इसी उपलक्ष्य में मेले का आयोजन होता है। मेले की खास बात यह है कि इसमें पुरुषों का प्रवेश वर्जित है। केवल अंतिम दिन पुरुष मेले से खरीददारी कर सकते हैं। मेले में पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों वाराणसी, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, मंऊनाथ भंजन, प्रतापगढ़, फैजाबाद, फिरोजाबाद, आजमगढ़ के दुकानदार मेले में आते हैं। मेले में चूड़ी समेत सौंदर्य प्रसाधन, खिलौना, क्राकरी, जूता चप्पल, आर्टिफिशल ज्वैलरी, कपड़े खाने पीने की सामग्री के साथ एवं बच्चों के मनोरंजन हेतु झूले की व्यवस्था है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल मेले में तैनात किया गया है।
इस बावत श्रीराम लीला समिति के प्रमुख मार्ग दर्शक श्याम जी गुप्ता कहते हैं कि पुरातन परम्परा को कायम रख सीता श्रृंगार मेले का आयोजन हो रहा है। चूंकि महिलाओं का मेला है लिहाजा पुरुषों का प्रवेश वर्जित किया गया है। माता सीता जी की सामग्री खरीदने की मान्यता को मानते हुए नगर समेत क्षेत्र की विभिन्न गांवों की महिलाएं परिवार संग आ श्रृंगार सामग्री के साथ घरेलू सामानों की भी खरीददारी करती है।












