पैसे के लेन देन को लेकर की गई रिटायर्ड युवा कल्याण अधिकारी की हत्या
जौनपुर। लाइन बाजार थाना क्षेत्र में स्थित वाजिदपुर तिराहे से महज 500 मीटर की दुरी पर बीते 1 जून को रिटायर्ड युवा कल्याण अधिकारी रामकृपाल यादव की हत्या कर उनका शव कूड़े के ढेर में फेंक मिला था। जिसके मामले पुलिस ने घटना के 30 घंटे बाद महिला समेत तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले का खुलासा कर दिया है।
बता दे कि खुटहन थाना क्षेत्र के मैरवा गांव निवासी रामकृपाल यादव (65 वर्ष), निमंत्रण देने के लिए बीते 31 मई को जौनपुर शहर आए थे। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने उनका मोबाइल मिलाना शुरू किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ आ रहा था। इसके बाद परिजनों ने देर रात थाने में गुमशुदगी की सूचना दी। पुलिस ने रात में कुछ स्थानों पर तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगली सुबह वाजिदपुर क्षेत्र में कूड़े के ढेर में एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त रामकृपाल यादव के रूप में की। शव मिलने के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए, जिसमें एक महिला और एक युवक स्कूटी पर एक अचेत अवस्था में व्यक्ति को ले जाते दिखे। शक के आधार पर पुलिस ने महिला लक्ष्मी मौर्य और उसके दो बेटों सोनू और सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
पूछताछ में लक्ष्मी मौर्य ने कबूल किया कि उसका पति विकलांग होने के कारण वह जौनपुर शहर में अपने बेटों के साथ रह रही थी। इसी दौरान उसकी जान-पहचान रामकृपाल यादव से हुई और उसने कुछ पैसे उधार लिए। 31 मई को रामकृपाल यादव पैसे की वसूली के लिए उसके घर आए, जहां बहस के दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि बेटों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद घबरा गए आरोपियों ने शव को स्कूटी पर रखकर जेसीज चौराहे के पास एक नाले के पास कूड़े के ढेर में फेंक दिया। अगले दिन जब उन्हें पता चला कि रामकृपाल का बेटा थाने में केस दर्ज करा रहा है, तो आरोपी घर में छिप गए। बाद में वे अपने गांव जाने के फिराक थे फिर वहां से सूरत भागने की योजना बना रहे थे।
सीओ सिटी देवेश सिंह ने बताया कि 1 जून को एक होटल के पास रिटायर्ड युवा कल्याण अधिकारी रामकृपाल यादव का शव मिला था उसके बाद शव का कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया था और परियों की तहरीर पर आरोपीय महिला आरोपी महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया पूछताछ के दौरान आरोपी महिला लक्ष्मी मौर्य ने अपना गुना स्वीकार किया और कहा कि रामकृपाल से कुछ पैसा उधार लिए थे इस पेज को के लेकर विवाद हुआ था
हत्याकांड के खुलासे के बाद पुलिस अधीक्षक ने टीम की सराहना की है और कहा है कि आरोपियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।