• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Tamannaah Bhatia shines in celestial blue lehenga in new video, talks about her ‘sexy’ bridal look
Advertisement
  • Home
  • Desh-Videsh
  • Uttar Pradesh
  • Purvanchal News
  • Jaunpur
  • Varanasi
  • Tamannaah Bhatia shines in celestial blue lehenga in new video, talks about her ‘sexy’ bridal look
No Result
View All Result
  • Home
  • Desh-Videsh
  • Uttar Pradesh
  • Purvanchal News
  • Jaunpur
  • Varanasi
  • Tamannaah Bhatia shines in celestial blue lehenga in new video, talks about her ‘sexy’ bridal look
No Result
View All Result
Sankalp Savera Logo
No Result
View All Result
Home Jaunpur

पढे मल्हनी का चुनावी मल्ल युद्ध अजीत सिंह की कलम से…

Read Malhani's election battle from the pen of Ajit Singh...

Sankalp Savera by Sankalp Savera
March 12, 2022
in Jaunpur
0
पढे मल्हनी का चुनावी मल्ल युद्ध अजीत सिंह की कलम से…
1.5k
VIEWS
Share on FacebookShare on TelegramShare on WhatsappShare on Twitter

।। पढे मल्हनी का चुनावी मल्ल युद्ध अजीत सिंह की कलम से…।।

संकल्प सवेरा ,जौनपुर जनपद की मल्हनी विधानसभा यानी मेरी विधानसभा पूरे प्रदेश की सबसे चर्चित विधानसभा में एक थी, उसके दो कारण थे, पहला की ये विधानसभा समाजवादी पार्टी की गढ़ है, प्रदेश की गिनी चुनी विधनसभा में एक है जो पार्टी के परंपरा गत वोटो के लिहाज से लगभग एक लाख चालीस हजार ( यादव और मुस्लिम) है।

——दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कारण बाहुबली सांसद धनन्जय सिंह का दुबारा निर्दल ( जद यू को निर्दल ही समझिए यू पी में) कूद जाना था, जिस विधानसभा में बड़ी बड़ी पार्टियों के पसीने छूट जाए, वँहा से निर्दल ताल ठोकना शेर के मुँह में हाथ डालने के बराबर का साहस होता है। और वो साहस बार बार पूर्व सांसद करते हैं।

——मल्हनी के पहले ये सीट रारी थी वो भी इतनी कठिन थी कि समझ लीजिए कांग्रेस इंदिरा गांधी के देहांत के बाद उपजी लहर में यंहा से हार चुकी है 85 में ,बिजेपी कभी जीती नही, मंदिर आंदोलन में 91,92 में लगभग तीस हजार वोट तक पहुँच पाई थी, वँहा से दो बार धनन्जय सिंह निर्दल विधायक बन के लोगो को अचंभित कर दिए, फिर परिसीमन में यह मल्हनी हो गई, रारी विधानसभा का वह हिस्सा कट गया जिसमें ठाकुर, ब्राह्मण वोट हुआ करता था और यादव मुस्लिम बाहुल्य, करंजा कला ब्लॉक जुड़ गया जिसके कारण यह समाजवादी पार्टी का किला हो गया, और पारसनाथ यादव जैसा लड़ाकू आकर इसको और मजबूत कर दिया।

ADD

——उधर धनन्जय सिंह भी हार मानने वाले योद्धा नही है, किसी भी परिस्थितियों से लड़ जाना और तूफानों में घिरे रहने के बाद भी भयभीत नही होना उनकी आदत है।
2017 का चुनाव लड़ गए मल्हनी से50 हजार वोट पाए, बीजेपी अपने प्रचंड लहर के बाद भी चौथे नम्बर पे चली गई।

2020 में पारस नाथ यादव के देहांत के बाद उपचुनाव हुआ, धनन्जय सिंह फिर मैदान में कूद पड़े, एक तरफ लकी यादव अपनी पिता की विरासत बचाने के लिए, दूसरी तरफ सत्तादल बिजेपी के बड़े बड़े योद्धा मल्हनी को जीतने में लग गए और बीच मे धनन्जय सिंह हाहाकार मचाने लगे।
चुनाव के समय किसी पार्टी को लग नही रहा था कि धनन्जय सिंह ठीक से लड़ रहे हैं, लेकिन मतगड़ना होते ही सबकी सांसे अटक गई जब धनन्जय सिंह के मत ईवीएम मशीन से निकलने लगी और लगभग 70 हजार निकली, वो बहुत मामूली वोटों से लगभग चार हजार वोटों से चुनाव हार गए, हार जाने के बाद भी लोगों ने धनन्जय सिंह के लिए ताली बजाई की पूरे चुनावी युद्ध मे अकेला योद्धा यही था, उस उप चुनाव में बीजेपी जैसी पार्टी की जमानत जब्त हो गई।

—–उप चुनाव में धनन्जय सिंह ने अपने वोटो में बीस हजार का इजाफा कर लिया पचास हजार से सत्तर हजार पहुँच गए निर्दल, तब लोगों को लगने लगा कि अगर इस योद्धा को थोड़ा साथ मिले तो किला भेदा जा सकता है, हार बहुत मामूली मतों से हुई।

——उसके बाद जिला पंचायत का चुनाव हुआ, सभी समीकरणों को ध्वस्त करते हुए उन्होंने अपनी पत्नी को निर्दल जिला पंचायत अध्यक्ष जिता कर पूरे प्रदेश को आश्चर्य चकित कर दिया, लोगों ने मान लिया कि इस आदमी में चुनावी रणकौशल है, ये राजनीति का बड़ा योद्धा है।

—–फिर आ गया2022 का आम चुनाव, समर्थको ने जोर लगाया कि धनन्जय सिंह किसी पार्टी से चुनाव लड़े, उन्होंने भी जोर लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के किसी घटक दल से उनको चुनाव लड़ने का मौका मिल जाय तो अच्छा है, लेकिन बताया जाता है कि उनकी बाहुबली छवि के कारण ये बात नही बनी, कुछ लोग सहमत थे कुछ नही, जनपद का संगठन भी सहमत नही था, उसके बाद समर्थको ने कहा कि चुनाव मत लड़िये, बिना दल के निर्दल बहुत मुश्किल है, चुनाव इतने बड़े दलदल में फस जाता है कि निकलना मुश्किल होता है।

——लेकिन पूर्व सांसद धनन्जय सिंह किसी की कहा मानने वाले, उन्होंने अपने लोगो से कहा–

“””अगर कोई टिकट ना दे तो ,क्या चुनाव ना लडू? चलो ताल ठोको जो होगा देखा जाएगा, इस बार हम लोग जीतेंगे” और नारा दिया
“” अबकी बार एक लाख पार””

इसी के साथ चुनावी समर में कूद पड़े और लगभग 80 हजार वोट पे पहुँच गए लेकिन चुनाव फिर हार गए।

—–पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने चुनाव जोरदार लड़ा इसमे कोई दो राय नही है और निर्दल देखें तो दांतो तले उंगली दबा लेने वाले वोट मिले धनन्जय सिंह को, धनन्जय सिंह ये चुनाव जीतते नजर आ रहे थे और लग रहा था आराम से जीत लेंगे लेकिन यहीं से दूसरे योद्धा यानी लकी यादव ने लड़ाई अपनी ओर मोड़ ली जो उनके चुनावी कौशल को दर्शाती है।

जैसे धनन्जय सिंह का नारा आया अबकी बार एक लाख पार, इनकी तरफ के कार्यकर्ताओं में जोश आ गया, उत्साह में भरकर वो बीजेपी के वोटरों को अपनी तरफ करने लगे, जद यू से लड़ने के कारण भी बिजेपी के वोटर थोड़ा धनन्जय सिंह की तरफ आकर्षित हुए, उधर का दस हजार वोट कम भी हुआ बीजेपी 28 हजार से18 हजार पे आ गई।

—–लेकिन उस नारे को लकी यादव ने भी उतनी गम्भीरता से लिया, उनको एक लाख का नारा मजाक नही लगा उन्हें लग गया कि अगर इसपे काम नही किया गया तो धनन्जय सिंह चुनाव को फंसा देंगे, और लकी यादव ने अपनी रणनीति के तहत वो काम किया जिसका अंदाजा पूर्व सांसद और उनके समर्थको को भी नही हुआ।

—–लकी यादव ने पूर्व सांसद के बीस साल से वोट देने वाले छोटी छोटी जातियों में पैठ बनानी शुरू कर दी, जैसे मौर्या, पाल, सरोज, कहार, नाई।
उधर जद यू के टिकट के कारण मुसलमान वोट भी जो पांच से सात हजार मिलता था उनके ब्यक्तिव के कारण वो भी सपा की तरफ चला गया।

—-यंहा समाजवादी पार्टी के विधायक लकी यादव की रणनीति की प्रशंसा करनी होगी कि कम राजनैतिक अनुभव होने के बावजूद पूर्व सांसद के गढ़ और उनके बीस साल के वोटरों में छेद कर दिया, सात से आठ राउंड बूथ यानी लगभग शुरू के सौ बूथों पे पूर्व सांसद की सबसे मजबूत पकड़ है वँहा भी लकी यादब ने अपना वोट उपचुनाव से लगभग 8 हजार बढ़ा लिया जो कि आश्चर्य जनक है, समझ लीजिए उन्होंने जेब काट ली और किसी को अंदाजा नही हुआ।

——पूर्व सांसद का रणकौशल यंहा फेल हो गया, उनके उत्साहित रणनीति कार अपना वोट ये सोचते रहे कि ये कहा जाएंगे वही से खिसक गया, इसका एक छोटा उदाहरण यह समझिए कि एक बूथ है, पूरा बघेला, सांसद जी के गांव का वँहा सपा के चार या पांच वोटर गिने जाते हैं, यानी एक घर यादव का है, उस बूथ पे समाजवादी पार्टी को 56 वोट मिल गया।

——ये सब उत्साहित होकर अपना नया वोट तो बढ़ा लिए लेकिन लकी यादव ने पूर्व सांसद धनन्जय सिंह के लगभग 20 हजार वोटरों को अपनी तरफ खींच के अपना वोट 97 हजार कर लिया जबकि उपचुनाव में 74 हजार वोट मिला था।

इसको ऐसे समझिए, उपचुनाव में लकी यादब 73468 वोट पाए।
धनन्जय सिंह निर्दल लगभग 68836 वोट।
मनोज सिंह बीजेपी से 28840 वोट।
बसपा 25180 वोट।

इस चुनाव में बीजेपी का दस हजार वोट घटा और बसपा का चार हजार वोट, और 19 हजार वोट अधिक पड़े थे।यानी इस33 हजार वोट में लकी यादव ने अपने 23 हजार वोट बढ़ा लिए और पूर्व सांसद ने दस हजार, मतलब साफ है कि लकी यादव ने अपनी चाल से पूर्व सांसद के परंपरागत वोट झटक लिया।

जौनपुर के पूरे चुनाव में सबसे जबरदस्त चुनाव धनन्जय सिंह ने लड़ा, जौनपुर क्या पूरे प्रदेश में सबसे जबरदस्त लड़ा निर्दल के तौर पे, लेकिन लकी यादव की भी प्रशंसा करनी होगी कि वो चतुराई से लड़े और शेर की माद से उसका शिकार खिंच लिया। वही जौनपुर में शाहगंज सीट से पांच या छह बार के विधायक पूर्व मंत्री ललई यादव अपना वोट नही बचा पाए हार गए। बदलापुर से बाबा दुबे उस अनुपात में नही लड़ पाए हार गए, शहर की सीट समाजवादी पार्टी के अनुरूप थी लेकिन वँहा भी उन लोगो को वो सफलता नही मिली।

मड़ियाहूं तो लगता था समाजवादी पार्टी के लिए सबसे सरल सीट होगी वँहा से विधायक सुषमा पटेल लड़ रही रही, उनके पूरे खानदान की सीट थी, ससुर, सास सब वँहा से जीते थे, खुद लोकप्रिय थी लेकिन अनजान चेहरे से हार गई।वहा भी समाजवादी पार्टी अपने वोटों में उतनी बढ़त नही कर पाई जितना जरूरी था।
इधर मल्हनी में लकी यादव ने सही कोशिश की, जबकि पारस नाथ यादब जैसा लड़ाकू 2012 के सपा लहर में 82 हजार वोट पाए थे, इस बार लकी यादव अपना वोट97 हजार कर लिए, सामने लड़ाकू योद्धा के कारण उन्होंने भी अपने दम का प्रदर्शन किया इसके लिए उनकी प्रशंसा करनी चाहिए।

—–तो इस मल्हनी के मल्ल में दो योद्धा लड़े एक निर्दल था लेकिन लड़ा जबरदस्त और दूसरा दल के साथ था लेकिन लड़ा बेहद रणकौशल के साथ और सफल रहा। दोनो लोगो को बधाई शानदार लड़ाई के लिए, और लकी यादब को बधाई उनके जीत के लिए।

——इसके साथ ही दोनों योद्धाओं के समर्थकों से अनुरोध है कि प्रेम से रहें, जातिवाद पे ना आये, नफरत और घृणा का भाव त्याग दे, दोनो नेता बड़े, बड़े है, इनका आपस मे कुछ नही होगा, लात हम तुम खाएंगे, लड़ोगे तो आपस मे भी इसके बाद थाने में भी।

और लड़ना तो एकदम नही, नही तो योगी बाबा और उनकी पुलिस, साथ मे उनका बुलडोजर चटनी बना देगा, आराम से गेंहू की फसल देखो, काटो ,मड़ाई करो मौसम आ गया है नही तो ,जेल में पीसिंग, चक्की पीसिंग याद है ना शोले फ़िल्म.

यह स्टोरी अजीत सिंह की फेसबुक वाल से लिया गया है

साभार   ।। अजित सिंह  जी ।।

 

Previous Post

पल्सर बाइक के धक्के से साइकिल सवार घायल

Next Post

डीजल खतम होने पर पिकअप खड्ढ में धकेल भागे वाहन चोर

Sankalp Savera

Sankalp Savera

Next Post
डीजल खतम होने पर पिकअप खड्ढ में धकेल भागे वाहन चोर

डीजल खतम होने पर पिकअप खड्ढ में धकेल भागे वाहन चोर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

July 13, 2025
रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

July 13, 2025
जौनपुर पत्रकार संघ ने क्षेम उपवन में किया पौधरोपण

जौनपुर पत्रकार संघ ने क्षेम उपवन में किया पौधरोपण

July 13, 2025
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के संघर्ष की पुकार…… डॉ आशुतोष त्रिपाठी

प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के संघर्ष की पुकार…… डॉ आशुतोष त्रिपाठी

July 13, 2025
  • Trending
  • Comments
  • Latest
जौनपुर भदेठी कांड : सपा नेता जावेद सिद्दीकी पर लगा गैंगस्टर

जावेद सिद्दीकी समेत पांच आरोपियों को मिली जमानत

June 20, 2020
पूर्व मंत्री व विधायक पारस नाथ यादव का निधन

पूर्व मंत्री व विधायक पारस नाथ यादव का निधन

June 12, 2020
बकरी के दूध, पपीते के पत्ते से नही बढ़ता है प्लेटलेट्स: डॉ0 विजय नाथ मिश्रा

बकरी के दूध, पपीते के पत्ते से नही बढ़ता है प्लेटलेट्स: डॉ0 विजय नाथ मिश्रा

November 13, 2022
क्या आपके पास है 10 रुपये का 786 नंबर वाला ये नोट? तो घर बैठे कमा सकते हैं 5 लाख रुपये- जानें कैसे

क्या आपके पास है 10 रुपये का 786 नंबर वाला ये नोट? तो घर बैठे कमा सकते हैं 5 लाख रुपये- जानें कैसे

3
पूर्वाचंल विश्वविद्यालय की परीक्षाएं दो अप्रैल तक स्थगित

पीयू से संबद्ध महाविद्यालयों के बीए अंतिम वर्ष का परिणाम घोषित

2
डॉ हरेंद्र सिंह MLA की तरफ से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें ।

डॉ हरेंद्र सिंह MLA की तरफ से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें ।

1
गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

July 13, 2025
रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

July 13, 2025
जौनपुर पत्रकार संघ ने क्षेम उपवन में किया पौधरोपण

जौनपुर पत्रकार संघ ने क्षेम उपवन में किया पौधरोपण

July 13, 2025
संकल्प सवेरा || Sankalp Savera

संकल्प सवेरा न्यूज पोर्टल अब आपके हाथो मे है। पहली बार इसे देखकर आप इसके सभी समाचार को देखना तथा पढना चाहते होंगे। जिसमे हम बाधक नही बनना चाहते। सिर्फ एक संदेश देना चाहते है कि संकल्प सवेरा न्यूज पोर्टल के हर लेख,आलेख,तथा समाचार मे अपनापन का अहसास होगा। इस भावना को जगाए रखने के लिए हम सदैव प्रयत्नशील रहेंगे।

Follow Us

Browse by Category

  • Corona Update
  • Desh-Videsh
  • Dharm
  • Jaunpur
  • kavita sangrah
  • Life Style
  • Purvanchal News
  • Recruitment
  • Uncategorized
  • Uttar Pradesh
  • Varanasi
  • Videos

Recent News

गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

गिरीश चन्द्र यादव ने चौकियां माता धाम तक सुदृढ़ीकरण का किया शिलान्यास

July 13, 2025
रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

रात चोरों ने घर में घुसकर किया लाखों का सफ़ाया

July 13, 2025
  • Home
  • Desh-Videsh
  • Uttar Pradesh
  • Purvanchal News
  • Jaunpur
  • Varanasi
  • Tamannaah Bhatia shines in celestial blue lehenga in new video, talks about her ‘sexy’ bridal look

© 2020 Sankalp Savera - Hindi News Portal Designed by Digital Karigar.

No Result
View All Result
  • Home
  • Desh-Videsh
  • Uttar Pradesh
  • Purvanchal News
  • Jaunpur
  • Varanasi
  • Tamannaah Bhatia shines in celestial blue lehenga in new video, talks about her ‘sexy’ bridal look

© 2020 Sankalp Savera - Hindi News Portal Designed by Digital Karigar.