आरबीएसके टीम ने सीएचडी रोगग्रसित बच्चे का कराया ऑपरेशन
अलीगढ़ मेडिकल कालेज में भोलेदिन का हुआ सफल ऑपरेशन
संकल्प सवेरा, थानागद्दी /जलालपुर(जौनपुर) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिले में 21 ब्लाकों में 42 टीमों को लगाया गया है। इन टीमों ने गंभीर बीमारी से जूझ रहे बच्चों का उपचार कराया जाता है। जन्मजात बीमारियों के अलावा दिल में छेद वाले बच्चों को नया जीवन मिला है। टीमें आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों में जाकर जन्म से18 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग करती हैं। नेत्र, त्वचा, दंत सहित किशोरावस्था की बीमारियों का प्राथमिक उपचार करती हैं। अगर कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित होता है तो उसकी काउंसलिंग करके हायर सेंटरों के लिए रेफर कराया जाता है।
इसी क्रम में जलालपुर ब्लाक अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर अधीक्षक डॉक्टर मनोज कुमार सिंह की निगरानी में कार्यरत आरबीएसके की दो टीमों में डॉक्टर रंजना राय,डॉक्टर, हेमन्त यादव,डॉक्टर अजीत यादव,डॉक्टर नंदनी जायसवाल, ऑप्टोमेट्रिस्ट दिनेश कुमार सिंह, रीना भाष्कर,एएनएम नेहा राय,रीमा देवी द्वारा 38प्रकार की बीमारियों से संबंधित बच्चो की स्क्रीनिंग की जाती है।जलालपुर ब्लाक के 217 आंगनवाड़ी में 14354और 171 विद्यालयों में 19523 बच्चो की जांच किया जाता है।
डेडिकेटेड आरबीएसके टीम के स्क्रीनिंग के दौरान जूनियर हाईस्कूल कोर्री में सीएचडी से ग्रसित भोलेदिन पिता योगेश निवासी आशापुर जलालपुर
कक्षा 8वीं का छात्र पाया गया था।जिसने चिकित्सक से जांच के दौरान बताया कि मुझे बार बार बुखार आ जाता है जल्दी थक जाता हूं,कमजोरी जैसा लगता है।उसे सीएचडी का लक्षण देख चिकित्सक टीम द्वारा जिला अस्पताल में दिखाया गया।जहाँ बच्चे की बीमारी कन्फर्म हो गया कि
जिसे आरबीएसके टीम सदस्यों व डीईआईसी मैनेजर अमित गौड़ के सहयोग से जिला अस्पताल में दिखाने के बाद सीएमओ जौनपुर डॉक्टर लक्ष्मी सिंह और आरबीएसके नोडल प्रभार डॉक्टर राजीव यादव के निर्देश पर अलीगढ़ मेडिकल कालेज में सफल ऑपरेशन कराया गया।
भोलादीन के घर मे लौटी खुशियां
सीएचडी का सफल ऑपरेशन होने के भोलादीन कि माँ सविता देवी ने कहा कि आज आरबीएसके टीम जौनपुर को धन्यवाद देती हूं जिसके माध्यम से मेरे बेटे को नई जिंदगी मिल गयी ।छोटे मोटे मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करना ही बहुत बड़ी बात रही इतने बड़े बीमारी का इलाज कराना हमारे परिवार के लिए असंभव था।लेकिम स्वास्थ्य टीम के सहयोग से बेटे को नया जीवन मिल गया।