राष्ट्र सेविका समिति ने मनाया अमृत महोत्सव
संकल्प सवेरा,काशी। राष्ट्र सेविका समिति(आरएसएस) के तत्वावधान में आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया,जिसमें काशी महानगर से सेविका बहनों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया,कार्यक्रम में काशी से चलने वाली विभिन्न शाखाओं की बहनों ने भाग लिया।
समिति ने आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम को अगले वर्ष 15 अगस्त तक चलाने का निर्णय लिया है,महीने की हर 7 तारीख को महानगर स्तर पर व महीने की 15 तारीख को प्रान्त स्तर पर अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम निर्धारित किये गए है।आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही अध्यापिका श्रीमती अर्चना पांडेय ने कहा कि भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।
17वीं शताब्दी में अंग्रेज़ व्यापार करने भारत आए, उस समय यहां मुगलों का शासन था। धीरे-धीरे अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया और कई राजाओं को धोखे से युद्ध में हरा के उनके क्षेत्रों को अपने अधीन कर लिया।
लेकिन पूरा देश एक जुट था तब जाकर ये सपना साकार हुआ। भगत सिंह,सुखदेव,राज गुरू, लाला लाजपत राय,बाल गंगाधर तिलक,नेता जी सुभाष चंद्र बोस इत्यादि व महिलाएं भी इस काम में पीछे न थीं, जैसे कि रानी लक्ष्मी बाई,एनी बेसेंट,सरोजिनी नायडू,दुर्गावती,दुर्गा भाभी के साथ अन्य महिलाओं ने आज़ादी दिलाने के लिए बलिदान दिया।
कार्यक्रम में प्रान्त बौद्धिक प्रमुख डॉ.रंजना श्रीवास्तव,डॉ.पद्मजा मेहता,मंजू निगम,संस्कार भारती से डॉ.प्रेरणा चतुर्वेदी,अंजू सिंह,वैदेही,जान्हवी,अंशिका,
सिद्धि,कृतिका सिंह,मालती मणि, संगीता झा,प्रज्ञा श्रीवास्तव, ज्योति राय ज्वाला,सुषमा मिश्रा,इत्यादि सेविकाओं की उपस्थिति रही कार्यक्रम का संचालन मधु पाठक व संयोजन पायल लक्ष्मी सोनी ने किया।
धन्यवाद🙏
पायल लक्ष्मी सोनी
महानगर बौद्धिक प्रमुख
राष्ट्र सेविका समिति
संयोजिका
अमृत महोत्सव
काशी