मछलीशहर तहसील में झंडा फहराने पर अंग्रेजों ने मारी थी गोली
मछलीशहर । स्थानीय तहसील परिसर में हिंदुस्तान सोशल रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मी बाई ब्रिगेडियर के कैडरों ने विगत वर्षों की भांती इस वर्ष भी क्षेत्राधिकार विजय सिंह की अध्यक्षता में अमर शहीद राम दुलारे सिंह का 78 वां शहादत दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।
आज ही के दिन 18 अगस्त 1942 को करो या मरो का नारा लगाते हुए स्त्री पुरुष नौजवानों का हुजूम करियांव गांव निवासी राम दुलारे सिंह के नेतृत्व में तहसील प्रांगण में पहुंचकर उप जिला अधिकारी के इजलास पर लगे यूनियन जैंक का झंडा उतार कर वीर राम दुलारे सिंह ने हिंदुस्तान का तिरंगा पहरा दिया था। जिसके बाद मजिस्ट्रेट के आदेश पर गोली चली जो राम दुलारे सिंह के सीने में लगी और वह घायल हो गए। गोली लगने 19 अगस्त को है वह शहीद हो गए।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए क्षेत्राधिकार विजय सिंह ने कहा शहीदों के बलिदान को हमे सदा याद रखना चाहिए यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने शहीद की तस्वीर पर माल्यार्पण व कैंडल जला कर नमन किया। कार्यक्रम की आयोजक लक्ष्मीबाई ब्रिगेडियर की अध्यक्ष मनजीत कौर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इसी तरह चित्तू पांडे बलिया जो अंग्रेजों की हुकूमत की नजर में खूंखार बागी समझे जाते थे वह कलेक्टर को मारकर 24 घंटे शासन को अपने हाथ में लेकर जेल में कैद बलिया वासियों को आजाद कर दिया और अदालत के सभी फाइलों पर फैसला कर दिया।
लेकिन दूसरे दिन अंग्रेजों की भारी फौज ने घेर कर शहीद कर दिया। इसी तरह रामकुमार बाघा को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर पेड़ से लटका कर गोलियों से भून दिया गया। आज हमें इन्हीं महान पुरुषों की वजह से आजादी मिली है इसलिए हमें उनकी शहादत को नहीं भूलना चाहिए इस।
दौरान रजिस्टार राकेश कुमार सिंह, दिनेश चन्द सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव, अजय सिंह, नागेन्द्र श्रीवास्तव, राज कुमार पटवा, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, राजाराम, डा. धरम सिंह, आर पी सिंह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव, अरूण श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।