रघुवीर महाविद्यालय को मिला ऑटोनोमस दर्जा
पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध 573 कॉलेजों में यह एकमात्र
सुजानगंज: संकल्प सवेरा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने रघुवीर महाविद्यालय, थलोई भिखारीपुर कला को स्वायत्त (ऑटोनोमस) महाविद्यालय का दर्जा प्रदान करने की अधिसूचना जारी कर दी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) नई दिल्ली की मंजूरी के बाद यह कदम उठाया गया है। हाल ही में हुई विश्वविद्यालय की कार्य परिषद् की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली थी।
इस दर्जे के बाद रघुवीर महाविद्यालय अब अपना पाठ्यक्रम स्वयं तैयार कर सकेगा। साथ ही, यह अपनी परीक्षाएं आयोजित करने और परिणाम घोषित करने के लिए भी अधिकृत होगा। स्वायत्त महाविद्यालय का दर्जा सामान्य संबद्ध महाविद्यालयों की तुलना में अधिक उत्कृष्ट माना जाता है।
यह उपलब्धि पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध जौनपुर और गाजीपुर जनपदों के कुल 573 महाविद्यालयों में से रघुवीर महाविद्यालय को एकमात्र संस्थान बनाती है जिसे यह विशेष दर्जा प्राप्त हुआ है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संस्थान की स्थापना 2009 में हुई थी और तब से यह लगातार विभिन्न शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल कर रहा है।
डॉ. श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि ऑटोनोमस दर्जा मिलने के बाद महाविद्यालय का शैक्षिक कैलेंडर तैयार कर लिया गया है, जिससे पाठ्यक्रम समय पर पूरा हो सके और परीक्षाओं व परिणामों की घोषणा भी समय पर हो। वर्तमान में संस्थान में बीए, बीएड और एमए की पढ़ाई होती है। भविष्य में बीकॉम, बीसीए, आईटीईपी और बीबीए जैसे जॉब-ओरिएंटेड पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना है।
महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. जयप्रकाश तिवारी ने इस उपलब्धि को जौनपुर के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण बताया। प्राचार्य डॉ. अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने यह भी जानकारी दी कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में रघुवीर महाविद्यालय पहला है जिसे नैक (NAAC) द्वारा ‘बी प्लस प्लस’ ग्रेड प्रदान किया गया था। नैक ग्रेड और स्वायत्त दर्जे की प्राप्ति पर महाविद्यालय के निदेशक डॉ. विनय कुमार त्रिपाठी ने छात्रों और अध्यापकों को बधाई दी।













