संकल्प सवेरा जौनपुर जेल में कैदी की मौत हो गई। वह साल 2018 में हत्या के मामले में बंद हुआ था। वहीं पिछले तीन दिनों से उसकी तबीयत खराब थी। उसका इलाज जेल के ही अस्पताल में किया जा रहा था। बुधवार रात उसकी हालत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बंदी के परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद उसके परिजन मौके पर पहुंच गए हैं।
हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया था
शहर के पवारा थाना क्षेत्र का मुकेश साल 2018 में हत्या के मामले में जेल में बंद हुआ था। वह पिछले तीन दिनों से बीामर चल रहा था। उसका इलाज जेल के ही अस्पताल में चल रहा था। बुधवार रात करीब 9 बजे उसे दर्द महसूस हुआ और वह छटपटाने लगा। जेल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उसकी मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई। जेल प्रशासन का कहना है कि मुकेश को हर्निया और हाइड्रोसील की शिकायत थी।
जेल अधीक्षक बोले- डॉक्टरों ने कोशिश की, पर बचा नहीं सके
जेल अधीक्षक एसके पांडेय ने बताया कि पिछले तीन दिनों से बंदी मुकेश की तबीयत खराब थी। उसका उपचार जेल के ही अस्पताल में चल रहा था। रात 9 बजे तक सब कुछ सामान्य था। उसके बाद मुकेश की तबीयत खराब हुई तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने वहां खूब कोशिश की, लेकिन उसे बचा नहीं सके।
कैदी की मौत पर हुआ था बवाल
कुछ दिन पहले जौनपुर जिला कारागार में कैदी की मौत हो जाने के बाद जमकर बवाल हुआ था। कैदियों ने जेल को अपने कब्जे में ले लिया था और आगजनी कर दी थी। कैदियों के गुट ने सिलेंडर अपने पास रख लिए थे और किसी को भी अंदर नहीं आने दे रहे थे। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह से जिला प्रशासन ने जेल में पुनः शांति व्यवस्था को कायम किया था।