जौनपुर ,गौराबादशाहपुर।
कोरोना जैसी से भयंकर महामारी से जहां गरीब एक तरफ भोजन की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं,वहीं दूसरी तरफ गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी गरीब उपभोक्ताओं को प्रताड़ित करने पीछे नहीं हैं, आज दिनांक- 20 /04 /2020 को लगभग सुबह 11:00 बजे दुलारी देवी पत्नी दूधनाथ द्वारा अपने खाते से पैसा निकालने के लिए कई दिनों से बैंक का चक्कर लगा रही थी, जिसे यह कह कर के भगा दिया जाता था कि तुम्हारा खाता बंद है, जब खाता चालू करने के लिए कहा जाता था तो कहते थे खाता चालू नहीं होगा, ना ही हम के.वाई.सी अपडेट करेंगे,हमारे पास समय नहीं है, अगर कोई जिद करता है या अपनी मजबूरी सुनाता है तो उसे धमकी भी देते हैं की अभी पुलिस बुलाकर तुम्हें जेल भिजवा देंगे अन्यथा यहां से भाग जाओ, गरीबों के खाते में जो भी सरकार द्वारा पैसा भेजा गया वह चाहे जनधन का हो ,चाहे उज्ज्वला योजना का हो ,अक्सर लोगों के खाते बंद पढ़े थे, जिसके कारण इस लाभ से आज भी गरीब वंचित हैं एवं दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है, इसके पहले भी कई लोगों को यह कह कर के भगा दिया जाता था कि हजार दो हजार रूपया नहीं निकालेंगे,निकालना हो तो दस बीस हजार रुपया निकालो, अब सोचिए जिसके खाते में हजार रुपये ही है, वह दस बीस हज़ार रुपये कहां से निकालेगा ,उक्त बातें राम दुलारी देवी द्वारा जब जनसंदेश टाइम्स के पत्रकार सुरेंद्र सिंह को अवगत कराया गया तो, वह बैंक पर जाकर पहले तो उपभोक्ताओं से पूछे,तो पता चला कि यह बात सही है ,इस तरह से आए दिन बैंक कर्मियों द्वारा हम लोगों के साथ व्यवहार किया जाता है, उन्होंने जब बैंक मैनेजर से जानकारी लेनी चाही कि, क्या यह बात सत्य है, अगर सत्य है तो ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो उनके साथ भी बैंक कर्मी एवं मैनेजर उसी तरह का व्यवहार करने लगे और धमकी देते हुए बोली यहां से चले जाइए अन्यथा हम थानाध्यक्ष को बुला रहे हैं, पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता हैं, जब इनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है तो ,आम आदमी के साथ ए कर्मचारी कैसा व्यवहार करते होंगे ,आप खुद ही इसका अंदाजा लगा सकते हैं, खैर इस बात को सुरेंद्र सिंह द्वारा जिलाधिकारी जौनपुर को व्हाट्सएप द्वारा अवगत करा दिया गया है, दूसरी एक भयंकर गलती इनके यहाँ कोरोना जैसी भयंकर महामारी से अनभिज्ञ बनकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी धड़ल्ले से उड़ाई जा रही हैं।