विश्वनाथ धाम में मंदिर चौक तक मोबाइल ले जाने की अनुमति
संकल्प सवेरा,वाराणसी। बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालु विश्वनाथ धाम के मंदिर चौक तक अपनी मोबाइल ले जा सकते हैं। धाम परिसर स्थित तीनों सुविधा केन्द्रों तक भी उन्हें मोबाइल ले जाने की छूट रहेगी। यह अनुमति मंगलवार को एडीजी-सुरक्षा विनोद कुमार सिंह ने धाम के सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा बैठक में दी। बैठक कमिश्नरी सभागार में हुई।
मंदिर चौक व यात्री सुविधा केन्द्रों तक मोबाइल ले जाने की अनुमति के लिए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने प्रस्ताव रखा था। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन मंदिर चौक और तीनों यात्री सुविधा केंद्रों तक मोबाइल ले जाने की पहले अनुमति दे चुका था, लेकिन पुलिस की आपत्ति के कारण उसका श्रद्धालुओं को लाभ नहीं मिल रहा था।
एडीजी सुरक्षा सुबह करीब नौ बजे बनारस पहुंचे। उन्होंने सर्वप्रथम बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया। फिर वह कैंटोमेंट में विश्राम करने चले गए। एडीजी सुरक्षा प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ सुबह करीब 10.30 बजे दोबारा धाम पहुंचे। उन्होंने एडीजी जोन राम कुमार, आईजी जोन, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, डीआईजी के. सत्यनारायण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ करीब डेढ़ घंटे तक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। एडीजी जोन का यह दौरा पिछले वर्ष 9 दिसम्बर के बाद हुआ। कमिश्नर ने उन्हें 9 दिसंबर के बाद धाम में हुए परिवर्तनों की डिटेल जानकारी दी।
एडीजी ने पुलिस ड्यूटी का भी ब्योरा जाना। मंदिर परिसर को जाने वाले मार्गों और उसके आसपास के भवनों में सुरक्षा की संभावित व्यवस्था भी तलाशी। गंगा घाट की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश व निकासी के संबंध में मंडलायुक्त ने जानकारी दी। एडीजी ने फायर फाइटिंग सिस्टम सहित इमरजेंसी के समय की व्यवस्थाएं पूछीं।
बाढ़ के समय जलमार्ग से धाम पहुंचने की व्यवस्था समझी
एडीजी सुरक्षा ने गंगा घाट की ओर से निरीक्षण के दौरान बाढ़ में घाटों के डूब जाने के दौरान धाम पहुंचने की व्यवस्था समझी। मंडलायुक्त ने बताया कि प्रशासन की ओर से गंगा में आवागमन के बाबत अलर्ट जारी होने पर गंगा घाटों से प्रवेश रोक दिया जाएगा। इस सम्बंध में मंदिर प्रशासन की ओर से जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
निजी भवनों को लेकर अलर्ट रहें
एडीजी ने धाम के चारों ओर के निजी भवनों पर निगहबानी के लिए पुलिस को अलर्ट रहने का निर्देश दिया। कहा कि रात हो या दिन, सुरक्षा में किसी प्रकार की ढिलाई ठीक नहीं होगी। लोकार्पण के बाद पहली बार पहुंचे एडीजी धाम की भव्यता देख काफी खुश नजर आए।
सुरक्षा से श्रद्धालुओं को दिक्कत न आए
कमिश्नरी सभागार में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के एडीजी के सामने विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था रखी गई। मंडलायुक्त ने पूर्व में प्रस्तावित कंसल्टेंट कम्पनी के सुरक्षा प्लान पर भी चर्चा की। धाम के अंदर बने भवनों के इस्तेमाल पर भी अधिकारियों ने मंथन किया। एडीजी ने कहा कि सुरक्षा के नाम पर श्रद्धालुओं को पीड़ा नहीं पहुंचनी चाहिए। इसका ध्यान प्रस्तावित प्लान में रखा जाय। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये से बने भवनों का लाभ आने वाले हर श्रद्धालु को मिलना चाहिए।
सीआईएसएफ 10 जुलाई को देगी सुरक्षा प्लान
सीआईएसएफ विश्वनाथ धाम का सुरक्षा प्लान 10 जुलाई को देगी। सीआईएसएफ ने एडीजी से इसके लिए समय मांगा। एडीजी ने कहा कि सुरक्षा प्लान मिल जाने के बाद सावन को लेकर तैयारी भी उसी हिसाब से शुरू कर दी जाय।