जौनपुर। समाजवादी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पारसनाथ यादव का निधन हो गया है। जौनपुर के मल्हनी के विधायक पारसनाथ यादव ने लंबी बीमारी के बाद अस्पताल में आखिरी सांस ली। खबर मिलते ही जौनपुर मैं उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनकी मौत की खबर सुनते ही उनके समर्थक अस्पताल पहुंचने लगे। वह उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की अध्यक्षता कर चुके हैं। इन्हे मिनी मुख्यमंत्री भी कहा जाता था। जनपद की राजनीति में इन्ही की पार्टी में चलती थी। कई सालों से ब्लैडर कैंसर से पीडि़त थे। निधन की खबर मिलते ही कद्दावर नेता शिवपाल यादव ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने लिखा है कि वरिष्ठ समाजवादी नेता व पूर्व मंत्री पारसनाथ यादव के निधन से वे दुखी हैं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। सूचना मिलते ही उनके नगर आवास पर प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खान, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष फैसल हसन तबरेज, धर्मेंद्र निषाद, मुफ्ती हाशिम मेंहदी, राजकुमार गुप्ता, सपा के तमाम दिग्गज नेता, मुकेश पाण्डेय, भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष आशीष गुप्ता, गौरव श्रीवास्तव, सहित अन्य लोग मौजूद थे। इसी क्रम में मुंगराबादशाहपुर प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री सुबाष पांडेय ने पूर्व मंत्री पारसनाथ यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए जनपद की राजनीति की गहरी छति बताया। तो वही जौनपुर से विधान परिसद सदस्य वृजेश singh प्रिन्सू ने कहा कि समाजवादी पुरोधा पूर्व सांसद ,पूर्व मंत्री एवं वर्तमान मल्हनी विधायक पारसनाथ यादव जी का निधन जनपद के लिए अपूरणीय क्षति है
यूपी की राजनीति में मशहूर है मुलायम और पारसनाथ की दोस्ती, हमेशा निभाया साथ
जौनपुर। यूपी की राजनीति में नेता जी के नाम से मशहूर सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को भला कौन नहीं जानता। लेकिन प्रदेश में मुलायम सिंह के एक बेहद करीबी दोस्त भी हैं जिनका नाम है पारस नाथ यादव, कई बार सपा की सरकार में मंत्री, और सांसद रहने वाले पारस नाथ मौजूदा समय में जौनपुर जिले की मल्हनी सीट से सपा के विधायक हैं। सपा के स्थापना काल से ही मुलायम सिंह यादव के साथ जुडऩे वाले इस सपा नेता ने पार्टी के गिरते उभरते सब दिन देखे लेकिन कभी नेता जी का साथ छोड़ा और न कभी साईकिल का चुनाव चिन्ह। खास बात ये रही कि मुलायम भी कभी इस कद्दावर नेता की बात को इनकार नहीं किये। हर बार ऐसा हुआ कि पारस नाथ यादव ने जो कहा उसे मुलायम सिंह ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। अब बिगड़ती सेहत और बढ़ती उम्र के बीच भी मुलायम सिंह ने इस नेता से दोस्ती कम नहीं होने दिया। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ यूपी की मल्हनी सीट पर मुलायम सिंह पारस नाथ के लिए वोट मांगने आये थे।