मोदी को हैट्रिक लगाने से नहीं रोक पायेगा विपक्ष : शशि मोहन सिंह
मुसलमानो को गुमराह करती रही है सेकुलर वादी पार्टियां
संकल्प सवेरा। लोकप्रियता के शिखर की ओर अग्रसर है नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। विपक्ष इस कड़वी सच्चाई से भली भांति अवगत है। अभी अयोध्या में रामलाल की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री ने निष्ठा पूर्वक भाग लिया। उक्त अवसर पर उमड़ी भीड़ को देखकर विपक्षी खेमे में घबराहट है। विपक्ष को शायद यह ज्ञात नहीं है की मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम भारतवर्ष की पहचान है। भारतीय संस्कृति उनके विराट व्यक्तित्व में परिलक्षित होती है। हमारे धार्मिक स्थल हमारी संस्कृति को संजोने का कार्य करते हैं। भारतीय संस्कृति को नष्ट करके अपनी संस्कृति यहां की जनता पर ठोकने के लिए विदेशी आक्रमणकारियों ने बार-बार हमला किया परंतु यहां के मठों मंदिरों ने भारतीय संस्कृति की लव को बुझाने नहीं दिया। इतना ही नहीं साहित्यकारों ने भारतीय संस्कृति के गौरव राम और कृष्ण के जीवन पर आधारित ग्रंथो की रचना करके भारत वासियों के अंतर मन में इसकी ज्योति जलाने का सराहनीय कार्य किया। स्वतंत्रता प्राप्ति के समय देश को विभाजन का डांस झेलना पड़ा। देश से अलग होकर इस्लामी राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान का जन्म हुआ। दोनो देशों के बीच उत्पन्न कड़वाहट के कारण लाखों लोग हिंसा के शिकार हुए। भारत के तत्कालीन राजनेता सेकुलर बनने के लिए जहां एक और हिंदुओं को कुचलना का काम किया तो वहीं दूसरी और अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए एड़ी से छोटी तक प्रयास किया। आधुनिक भारत के निर्माता कहे जाने वाले देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने गुजरात में स्थित सोमनाथ के मंदिर के जिर्रोद्धार के कार्यक्रम में स्वयं तो भाग लेने से दूर रहे उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को भी वहां जाने से रोकने का प्रयास किया। हिंदू धर्म के प्रति कांग्रेस पार्टी की इस कुत्सित मानसिकता से देशवासी बहुत देर से समझ पाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में जाकर हिंदुओं को उनका खोया हुआ गौरव वापस दिलाने का काम किया। देश के मुसलमान भी इस तथ्य को भली-भांति जानते हैं कि अयोध्या मथुरा और काशी हिंदुओं के तीर्थ हैं। यहा के मंदिरों को तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई हैं फिर भी कुछ तथाकथित सेक्युलरवादी पार्टियां उन्हें लड़ाने का कार्य कर रही हैं। इसके पीछे वोट की राजनीति है हिंदुओं और मुसलमान के बीच खाई चौड़ी करने के लिए कुछ कठमुल्लो का सहारा भी लिया जाता रहा। मोदी और भाजपा कब है मुसलमान को दिखाया जाता रहा। अब मुसलमान का इन तथाकथित सेकुलर पार्टियों से मोह भंग हो चुका है भारतीय जनता पार्टी को मुसलमान को वोट भी मिलने लगा है। यह विपक्ष के लिए चिंता का विषय बन गया है सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के मुसलमान और दलित वंचित समूह को मिल रहा है। इसे विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं। कश्मीर के लिए धारा 370 लागू करके कांग्रेस पार्टी ने अलगाव का बीज बो दिया था। वहां राष्ट्रध्वज तिरंगा कभी नहीं फहराया जाता था प्रधानमंत्री ने धारा 370 को समाप्त कर दिया। इस कदम से शत्रु देश पाकिस्तान बौखला उठा। कश्मीर में आतंकवादियों को पालने पहुंचने और भारतीय सैनिकों पर पत्थर बाजी करने वाले अब आखरी सांस गिनने लगे हैं।
यहां आतंकवादी धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं मोदी की इस सफलता से विपक्षी नेताओं में जहां बेचैनी है वहीं आम जनमानस में उनकी लोकप्रियता शिखर की ओर अग्रसर है। मोदी विरोधी अनेक डाल उनका सामना करने के लिए एकजुट होने का प्रयास कर रहे हैं परंतु वे सभी स्वार्थ के कारण एक दूसरे को ही को उसने में लगे हैं। परिस्थितियों ऐसी बन रही हैं कि नरेंद्र मोदी को 2024 के लोकसभा चुनाव में सफलता का हैट्रिक लगाने से विपक्ष रोग नहीं पाएगा।