बालिकाओं व महिलाओं के साथ होने वाले गलत आचरण का प्रारंभ से ही करे विरोध – एडीजे
कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध सजगता से खड़ा होना
संकल्प सवेरा सिकरारा (जौनपुर) मां शारदा इंटरमीडिएट बालिका विद्यालय खानापट्टी पर बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दीवानी न्यायालय द्वारा बालश्रम, शिक्षा के अधिकार एवं बालको के कल्याण के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में विधिक जागरूकता/ साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर को संबोधित करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय प्रशांत कुमार सिंह ने छात्राओं से संवाद करते हुए उन्हें बाल संरक्षण कानून, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम सहित कानूनी जानकारियां दी। छात्रा आकृति यादव, देवनंदिनी सिंह, ऋतिका यादव, रागिनी यादव, स्मिता पांडेय, सृष्टि गुप्ता, खुशबू यादव व कशिश प्रजापति द्वारा पूछे गए सवालों का जबाब देकर उनके शंकाओं का समाधान किया साथ ही बालिकाओं सहित सभी महिलाओं से प्रत्येक गलत आचरण का प्रारंभ से ही विरोध करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यौन अत्याचार, अन्याय के विरुद्ध उन्हें सजगता से खड़ा होना होगा। कहा कि समाज में किसी भी तरह का लिंग भेदभाव न किया जाए। उन्होंने छात्राओं को अपना लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। श्रम परिवर्तन अधिकारी रीना ने कहा कि बच्चो से बालश्रम करवाना गुनाह का काम है। उनसे मजदूरी न कराकर उन्हें शिक्षित करे जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो। पैनल लायर देवेंद्र कुमार यादव ने भी आवश्यक जानकारी दी।
प्रारंभ में एडीजे तृतीय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन अर्चन किया।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने स्वागत भाषण के माध्यम से अतिथियों का स्वागत कर स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र भेंट किया। संचालन प्रधानाचार्य शरद सिंह व आभार श्रवण यादव ने ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में रामचंद्र सिंह, सुशील सिंह, दिलीप सिंह, अजय जायसवाल, कविता सिंह, राहुल यादव, कार्तिकेय प्रजापति, जितेंद्र सिंह, प्रवीण सिंह, सौरभ सिंह, दामिनी सिंह, सविता पांडेय आदि का सक्रिय योगदान रहा।