नई दिल्ली,संकल्प सवेरा . उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा युवाओं के फटी जींस पहनने संबंधी बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. दलों की मांग है कि सीएम महिलाओं से माफी मांगे. सीएम रावत के इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस की नेता और लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा  ने टिप्पणी की है. मोइत्रा ने एक ट्वीट में रावत पर करारा हमला करते हुए लिखा, ‘उत्तराखंड के सीएम- एनजीओ चलाते हो और घुटने फटे दिखते हैं? सीएम साब- स्टेट चलाते हो और दिमाग फटे दिखते है?’
वहीं, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी तीरथ सिंह रावत के बयान पर टिप्पणी की. प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा कि देश की संस्कृति और संस्कार पर उन आदमियों से फर्क पड़ता है, जो महिलाओं और उनके कपड़ों को जज करते हैं. सोच बदलो मुख्यमंत्री जी, तभी देश बदलेगा.
उत्तराखंड के सीएम ने क्या कहा था?
दरअसल, मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने कहा था कि संस्कारों के अभाव में युवा अजीबोगरीब फैशन करने लगे हैं और घुटनों पर फटी जींस पहनकर खुद को बड़े बाप का बेटा समझते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे फैशन में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आजकल के बच्चे बाजार में घुटनों पर फटी जींस खरीदने जाते हैं और अगर फटी न मिले तो उसे कैंची से काट लेते हैं .
उन्होंने इस संबंध में एक घटना का भी उल्लेख किया और बताया कि एक बार जब वह हवाई जहाज में बैठे तो उनके साथ एक महिला बैठी थीं जो गम बूट पहने हुई थीं, उनकी जींस घुटनों पर फटी थीं, हाथों में कई कड़े थे और उनके साथ दो बच्चे भी थे. रावत ने कहा कि वह महिला एनजीओ चलाती हैं जो समाज के बीच में जाती हैं और स्वयं उनके दो बच्चे हैं लेकिन घुटने फटे हुए हैं तो ऐसे में वह क्या संस्कार देंगीं.
इससे पहले उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे कद के व्यक्ति को किसी के पहनावे पर अशिष्ट टिप्पणी बिल्कुल शोभा नहीं देती. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक अमर्यादित और ओछी टिप्पणी की है. मुख्यमंत्री होने से आपको यह प्रमाणपत्र नहीं मिल जाता कि आप किसी के व्यक्तिगत पहनावे पर टिप्पणी करें.’ उन्होंने मुख्यमंत्री को ऐसे बयानों से बचने की भी सलाह दी और कहा कि इनसे जन भावनाएं आहत होती हैं.(भाषा इनपुट के साथ)
 
	    	 
                                












