संकल्प सवेरा महाशिवरात्रि
की अनन्तानन्त मङ्गल कामनाओं
के साथ
शिवस्तुति
हे नटराज शम्भु शिव शङ्कर !
हे अवढर हर हे विश्वम्भर!!
हे गंगाधर डमरूधर तृशूल धर
आशुतोष करुणाकर विषधरधर
हे गिरिजापति,काशी पति गिरि-
नाथ-दिगम्बर!
हे नटराज शम्भु शिव शङ्कर
हे अवढर —————–‘——-
कर मे’, पुन: तृशूल उठाकर
नाचो नयन त्रितीय नचा कर
पुन: बना दो भस्म प्रभो हा’–
काम क्रोध मद मोह जलाकर
नाचो थिरक थिरक प्रलयंकर
हे नटराज शम्भु शिव शंकर !
हे अवढर हर हे विश्वम्भर!!
डिमिक डिमिक डिम डमरु
बजाकर ‘
पावन श्रृङूगी नाद सुनाकर
जन गण मन का कलुष अपावन
हर लो गंगा धार बहा कर!!
कर दो फिर भव शिव सत सुन्दर
हे नटराज शम्भु शिव शंकर!
हे अवढर हर हे विश्वम्भर!!
शिव भक्त
रमाराम पाण्डेय निराला जौनपुर उत्तर प्रदेश