लेत उठावत खैचत गाढ़े।
काहू न लखा देखि सब ठाढे।।-
बरईपार –
क्षेत्र के भुवाकला खपरहा में चल रहे सात दिवसीय संगीतमय राम कथा छठे दिन सु श्री साध्वी मानस कोकिला सुषमा जी महाराज ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने धनुष को नही तोड़ा क्योकि दधिच के हड्डी से बना था जो उनके पूर्वज थे इसके प्रमाण भी है चौपाई -महि पाताल नाग जस ब्यापा। राम वरि सिय भंजेउ चापा ।। यह बात पूरे ब्रह्माण्ड में गुजायमान हो गई कि सीता जी के विनय से धनुष शक्ति पक्ष से टूटा है ।राजा जनक का प्रण पूर्ण करने के लिए सीता जी ने फुलवारी में ही राम का वरण कर ली थी जिससे पुरुषोत्तम राम के धनुष स्पर्श करते ही धनुष स्वयं टूट गया आयोजक राजेश यादव सद्गुरु टेंट हाउस ,चन्द्रभूषण, शिवशंकर,रामनाथ प्रधानाचार्य ,रमेश चंद्र, राजेन्द्र ,बृजराज यादव ,व संचालन कर्ता दिनेश चंद्र शर्मा जिलापंचायत भावी प्रत्याशी द्वारा किया गया व आये हुए भक्त गण के प्रसाद वितरण व आभार ब्यक्त किया गया। रिपोर्ट – आकाश मिश्रा ( शनि)