नामांकन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए एक सवाल के जवाब में नीरज शेखर ने कहा कि चुनाव में जीत हार लगा रहता है, लेकिन समाजवादी पार्टी में सम्मान न मिलने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा.
सपा छोड़कर बीजेपी में आए नीरज शेखर ने बुधवार को लखनऊ के विधानभवन में राज्यसभा के लिए नामांकन किया. उनके नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या व दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री सुरेश खन्ना के साथ पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे.नामांकन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए एक सवाल के जवाब में नीरज शेखर ने कहा कि चुनाव में जीत हार लगा रहता है, लेकिन समाजवादी पार्टी में सम्मान न मिलने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा. बीजेपी ने सम्मान दिया है इसलिए बीजेपी में आया. राष्ट्रवाद और समाजवाद दोनों गरीबों के लिए काम करता है. समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने कभी बात ही नहीं की मुझसे. देश में एक ही पार्टी बीजेपी है जो राष्ट्र के लिए काम कर रही है. अपनी-अपनी पार्टियों से निराश अभी और लोग भी बीजेपी में आएंगे.
नीरज शेखर का चुना जाना तयबता दें बीजेपी की प्रचंड बहुमत को देखते हुए नीरजा शेखर का उच्च सदन के लिए चुना जाना तय माना जा रहा है. चुनावी गणित के हिसाब से प्रचंड बहुमत की बीजेपी सरकार के सामने विपक्षी सदस्यों की संख्या बहुत कम है. ऐसे में संभावना है कि उक्त सीट से नीरज शेखर के अलावा कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं आएगा.
14 अगस्त है नामांकन की आखिरी तारीखराज्यसभा की रिक्त सीट के लिए नामांकन की आखिरी तारीफ 14 अगस्त है. नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों के पर्चों की स्क्रूटनी 16 अगस्त को होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 19 अगस्त होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक, यदि जरूरी हुआ तो मतदान 26 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे. मंगलवार की शाम तक राज्यसभा सदस्य की इस एक सीट के लिए चार नामांकन पत्र बिके थे.