राजेश सिंह की शहादत ने भकुरा की धरती को धन्य कर दिया : प्रोफेसर वंदना सिंह
श्रद्धांजलि सभा में भावुक हुई पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति
बोली – फौजी की मां होने के नाते मुझे उनकी पीड़ा मुझे पता है
शहीद की मूर्ति स्थल को स्मारक स्थल का रुप दिया जाएगा- बृजेश सिंह “प्रिंसू ”
जौनपुर. उरी शहीद राजेश सिंह की आठवीं पुण्यतिथि के अवसर पर करंजाकला क्षेत्र के भकुरा गांव में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षाविद, पुलिस अधिकारी और जन प्रतिनिधियों ने भकुरा गांव में पहुंचकर शहीद राजेश सिंह की आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए भावपूर्ण नमन किया और श्रद्धांजलि दी ।
श्रद्धांजलि सभा की मुख्य अतिथि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह और अध्यक्षता विधान परिषद सदस्य बृजेश कुमार सिंह प्रिंसू ने की। विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) शैलेन्द्र कुमार सिंह रहे। जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के भकुरा गांव के निवासी राजेश सिंह कश्मीर के उरी में देश की रक्षा करते एक आतंकवादी हमले में 18 सितम्बर 2016 को शहीद हो गए थे। बुधवार को आठवीं पुण्यतिथि पर भकुरा गांव में शहीद की श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत में अतिथियों और शहीद के शहीद के पिता राजेंद्र सिंह, माता प्रभावती सिंह, पत्नी जूली सिंह और बड़े भाई राकेश सिंह पिंटू ने शहीद के चित्र पर पुष्प से अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति/ मुख्य अतिथि
प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि फौजी की मां होने के कारण मुझे फौजियों के जीवन के बारे में बहुत कुछ मालूम है। जब हम ठंड की रात में सोते हैं तो वह सीमा पर पहरा देते हैं। भकुरा की धरती को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि राजेश सिंह की शहादत से यह धरती धन्य हो गई है। उन्होंने कहा कि समाज में जिस भी भूमिका में हम कार्य कर रहे हैं और भारत मां की सेवा करने का अवसर मिला है उसे पूरी तन्मयता और क्षमता के साथ करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि एसपी (ग्रामीण) शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि जब देश का जवान किसी ऑपरेशन पर निकलता है तो वह सर पर कफ़न बाधकर कर निकलता है । देश के लिए प्राणों की आहुति देने का जज्बा अचानक नही आता है, इसमें उसके माता-पिता का विशेष योगदान होता है जो बचपन से ही देश के प्रति प्रेरित करते रहते है । जब कोई सैनिक शहीद होता है सबसे अधिक पीड़ा माँ को होती है । घर के लिए वह व्यक्ति हमेशा याद आता है । कार्यक्रम के अध्यक्ष विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह “प्रिंसू” ने कहा कि को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जिले का जांबाज जवान राजेश सिंह भारत माँ की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। आज वह इस दुनियां में नही है लेकिन उस पर हम सभी को गर्व है । उन्होंने मूर्ति स्थल को शहीद राजेश सिंह स्मारक के रुप में स्थापित करने का आश्वासन दिया और कहा कि अगर परिजन और गांव के लोग सहमत होंगे तो अगले वर्ष से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन शहीद स्मारक पर ही किया जाएगा। राष्ट्रीय पीजी कॉलेज जमुहाई के प्रबंधक और पूर्व प्रमुख सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उन्हें गर्व है कि शहीद राजेश सिंह ने उनके कालेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। भारत माता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले ऐसे वीर सपूत पर हम सभी को गर्व है।
श्रद्धाजलि सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार कैलाश सिंह और माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग के पूर्व चेयरमैन प्रोफेसर आसाराम ने कहा कि देश के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले ऐसे जाबांज सिपाही की शहादत पर देश को गर्व है। समाज के लोगों की जिम्मेदारी है कि शहीद के परिवार के साथ हमेशा खड़े रहें। हम उनके किसी काम आ सके तो यह हमारा सौभाग्य होगा। शहीद के पिता राजेंद्र सिंह ने सभी अतिथियों और आगंतुकों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार सिंह (पत्रकार ) और आभार कंचन सिंह ने किया।
इस मौके पर डा. विनोद कुमार सिंह (परीक्षा नियंत्रक), क्षेत्राधिकारी (सदर) परमानंद कुशवाहा, दीपक कुमार सिंह (उप कुलसचिव), प्रोफेसर प्रमोद यादव, प्रोफेसर गिरिधर मिश्रा, प्रोफेसर मनोज मिश्रा, डा. राजबहादुर यादव, प्रोफेसर राकेश यादव
डा. पुनीत धवन, डा. दिग्विजय सिंह राठौर,डा. श्याम कन्हैया सिंह डा. शशिकांत यादव, डा. संदीप वर्मा , स्वच्छ गोमती अभियान के अध्यक्ष गौतम गुप्ता, भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान आशीष श्रीवास्तव समेत भारी संख्या में उपस्थित लोगो ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ग्राम प्रधान कामता शर्मा, रिशु सिंह ,राजेश मिश्रा, नन्हे सिंह, अभिमन्यु सिंह , विनोद सिंह मुन्ना, सोनू सिंह, गोपाल सिंह, रवि सिंह, मनीष राय आदि मौजूद रहे।