स्वास्थ्य कैम्प में पहुंचे सायटिका, डायबिटीज और हृदय रोगी
खुजली, टायफाइड के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एनीमिया से पीड़ित मिलीं
दिनचर्या नियमित करें, लोहे के बर्तन में खाना खाएं और साफ पानी का करें सेवन: डॉ हर्ष
संकल्प सवेरा,जौनपुर। महराजगंज ब्लाक अंतर्गत कठार गांव में लगे स्वास्थ्य कैम्प में बड़ी संख्या में सायटिका, डायबिटीज और हृदय के रोगी पहुंचे। ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी (एनीमिया) की शिकायत थी जबकि खुजली जैसी फंगस की समस्या तथा डायफाइड रोगियों की भी खासी तादात रही।
पूर्व प्रधान धीरेंद्र सिंह के आवास पर लगे कैम्प में जनरल फिजीशियन डॉ हर्ष विक्रम सिंह, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ कृतिका त्रिपाठी तथा प्रशिक्षु चिकित्सक डॉ प्रांजल यादव ने मरीजों को उपचार व परामर्श की सुविधा दी जबकि लैब टेक्नीशियन श्रवण यादव पैथोलॉजिकल जांचें की।
कैम्प में आए सभी मरीजों को नि:शुल्क जांच, परामर्श और दवा की सुविधा दी गई। उपचार प्रबंधन में सामाजिक कार्यकर्ता सुधांशु सिंह, सल्तनत बहादुर इंटर कालेज के शिक्षक दीपक सिंह, एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट व्यवसायी अनुज कुमार सिंह मोनू, मीडियाकर्मी आलोक कुमार सिंह सोनू, जय सस्पेंशन रुद्रपुर उत्तराखंड के कार्मिक प्रबंधक विपिन कुमार सिंह, लखौआ स्थित एसबीएस इंटर कालेज के प्रबंध समिति की सदस्य नेहा सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ हर्ष विक्रम सिंह ने स्वस्थ जीवन जीने के लिए नियमित दिनचर्या के साथ जीने की सलाह दी। उन्होंने खाने-पीने में खासकर महिलाओं के लिए लोहे के बर्तन का उपयोग करने की सलाह दी।
डायफाइड से बचाव के लिए साफ पानी का सेवन करने को कहा। बोले, सायटिका मरीज भारी सामान झुककर न उठाएं। सिर पर बोझ ढोने की आदत से बचें। और नियमित तौर पर सायटिका का व्यायाम करें।
हृदय रोगी नमक का न्यूनतम उपयोग करें तथा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ न खाएं। साथ ही डायबिटीज रोगियों को मीठा और चावल का परहेज करने की सलाह दी है।
 
	    	 
                                












