जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार शाम जारी की गई इस एडवाइजरी के बाद पुंछ, राजोरी, डोटा और किश्तवाड़ा जैसे सक्टरों में अफरा-तफरी का माहौल है.
घाटी में अमरनाथ यात्रियों तथा पर्यटकों को जल्द से जल्द जगह खाली करने की एडवाइजरी के बाद एडवाइजरी के बाद फैलीअफवाहों का बाजार गर्म हो गया है.
के बाद पुंछ, राजोरी, डोटा और किश्तवाड़ा जैसे सक्टरों में अफरा-तफरी का माहौल है. स्थानीय लोग इसे किसी बड़ी घटना की आहट मान रहे हैं और रोजमर्रा की जरूरत के सामान के साथ ही राशन की खरीदारी शुरू कर दी गई है. यहां तक की पेट्रोल पंपों पर भी लोगों की लंबी कतार लग गई है.अफवाहों के चलते लोग अपने घरों में रोजमर्रा का सामान जमा करने लगे हैं. हालात ये हो गए हैं कि कई पट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल खत्म हो गए हैं. एटीएम के बाहर भी लोगों की लंबी लाइन लगी देखी जा रही है. मेडिकल शॉप पर लोग जरूरत की दवाइयां खरीदते देखे जा रहे हैं.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शुक्रवार रात को कहा कि अमरनाथ यात्रा को बीच में रोकने को अन्य मुद्दों के साथ जोड़कर ‘अनावश्यक भय’ पैदा किया जा रहा है . उन्होंने राजनीतिक नेताओं से अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने तथा ‘अतिशयोक्तिपूर्ण अफवाहों पर भरोसा ना करने की अपील करने का अनुरोध किया है.
स्कूल बंद करने की फैली अफवाह
जम्मू-कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बसीर अहमद खान ने कहा कि कर्फ्यू नहीं लगाया गया है और न ही अबतक ऐसा कोई फैसला लिया गया है, उन्होंने कहा कि आज स्कूल बंद नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए गृह विभाग ने पुख्ता खुफिया सूचनाओं के आधार पर एडवाइजरी जारी की है.
मुलाकात के बाद राजभवन ने जारी किया बयान
राजभवन से जारी एक बयान के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने सरकार द्वारा जारी किए परामर्श समेत दिन में हुए घटनाक्रमों से कश्मीर घाटी में भय की स्थिति पैदा होने के बारे में चिंताएं जताई. सरकार ने अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों से जल्द से जल्द लौटने के लिए कहा है.