कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने पीयू बंटवारे का जताया विरोध
कुलपति को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
बंटवारे के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी
संकल्प सवेरा,जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के बंटवारे का विरोध करते हुए कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने कुलपति को ज्ञापन सौंपा और कुलपति के ही माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजा। संघर्ष मोर्चा ने मांग किया कि बंटवारे को रोका जाए ।इसी में पूर्वांचल का हित है।
शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष श्रीनाथ यादव के नेतृत्व में कर्मचारी संघर्ष मोर्चा कुलपति प्रो निर्मला एस मोर्य से मिला ,उन्हें ज्ञापन सौंपा और पूर्वांचल विश्वविद्यालय बंटवारे का विरोध जताया। प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ के नाम ज्ञापन दिया । संघर्ष मोर्चा ने कहा विश्वविद्यालय का स्थापना 1987 में हुआ ।
तब से विश्वविद्यालय ने संघर्ष करते हुए आगे बढ़ा और शैक्षिक क्षेत्र में काफी विकास किया ।लेकिन 2009 में विश्वविद्यालय से वाराणसी मिर्जापुर सोनभद्र संत रविदास नगर भदोही चंदौली कौशांबी को काटकर अलग कर दिया गया। जिससे विश्वविद्यालय की कमर टूट गई थी।
लेकिन फिर संभालते हुए अपने को एक मजबूत स्थित में लाया ,लेकिन अब पूर्वांचल विश्वविद्यालय का बटवारा कर्मचारी , छात्र , शिक्षक व जनता के हित में नहीं है। बटने से विश्वविद्यालय को काफी नुकसान होगा। इसलिए विश्वविद्यालय का बंटवारा हर हाल में रुकना चाहिए। कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने कहा कि हम लोग संघर्ष करेंगे,
लड़ाई लड़ेंगे विश्वविद्यालय को बांटने से रोकने का हर संभव प्रयास करते रहेंगे ।कुलपति ने उन्हें आश्वासन दिया की उनकी इस मांग को शासन स्तर तक पहुंचाया जाएगा ।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष मोहम्मद इमाम, महामंत्री डॉ दियजेन्द्र दत्त उपाध्याय, करूना निराला ,डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, मनीष कुमार वर्मा ,वारिन्द कुमार, मोहनचंद पांडे, दूधनाथ यादव, विद्यानंद उपाध्याय, मानजी, विक्रमा मोर्या, दिनेश अस्थाना, बांकेलाल ,सुशीला मौजूद रहे।