कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच जारी विवाद से इतर शिवसेना ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. मुखपत्र सामना में लेख के जरिए शिवसेना ने आरोप लगाया है कि सुशांत सिंह राजपूत के मसले को बिहार चुनाव की वजह से भुनाया जा रहा है. साथ ही इन मसलों से ही चीन के द्वारा मारे गए भारत के 20 जवानों की शहादत को भुलाने का प्रयास है.
सामना में लिखा गया है कि रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार हो चुकी हैं, ऐसे में सीबीआई की जांच जल्द खत्म नहीं होने वाली है. कंगना भी मुंबई आ गई हैं ऐसे में राष्ट्रीय मुद्दों पर फोकस करना चाहिए. चीन हमारी जमीन में घुस गया है और पीछे जाने को तैयार नहीं है. शिवसेना ने सवाल किया है कि हम कबतक इंतजार करेंगे, बॉर्डर पर दोनों देशों ने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है.
इसके अलावा सरकार को अर्थव्यवस्था के मसले पर घेरा गया है. सामना में लिखा कि किसानों की मौत के साथ-साथ अब दिहाड़ी मजदूर भी सुसाइड कर रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत का नारा तो अच्छा है लेकिन चीन-पाकिस्तान से लड़ने के लिए बाहर से राफेल मंगाने पड़ रहे हैं. शिवसेना ने पूछा कि क्या सरकार की कोई आर्थिक नीति है, क्योंकि वित्त मंत्री एक्ट ऑफ गॉड बता रही हैं. देश राम भरोसे चल रहा है.
शिवसेना ने सवाल करते हुए पूछा कि बिहार चुनाव के कारण एक मौत पर राजनीति की गई, एक अभिनेत्री के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और उसे राजनीतिक शरण मिली हुई है. अब कंगना और रिया के मुद्दे खत्म हो चुके हैं, ऐसे में अर्थव्यवस्था और चीन पर फोकस करें.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना बनाम कंगना की लड़ाई अब राजनीतिक हो गई है. बीजेपी की ओर से भी लगातार शिवसेना सरकार को घेरा जा रहा है, तो शिवसेना इसे बीजेपी की चाल बता रही है. बीएमसी के द्वारा जो एक्शन लिया गया, वो मसला कोर्ट में है. तो वहीं कंगना ट्विटर के जरिए लगातार उद्धव सरकार को घेर रही हैं.