कामिनी, ऋचा, सुजाता ने सही उत्तर देकर जीता पुरस्कार
विश्व स्तनपान सप्ताह पर प्रतियोगिता आयोजित
– बताया क्या होता है स्तनपान का गोल्डन टाइम , गुड़िया लेकर बताया – किस तरह से मां बच्चे को कराए स्तनपान
– घर से चार्ट बनाकर लाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने साथियों को उसके माध्यम से दी जानकारी
संकल्प सवेरा,जौनपुर। जनपद के सिरकोनी ब्लाक सभागार में विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत आयोजित प्रश्नोत्तरी जन जागरूकता गतिविधि में सही जवाब देने वाली 20 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता से मिलीं जानकारियां अगले पाँच दिनों तक अपने-अपने क्षेत्रों में धात्री महिलाओं से सम्पर्क कर उन्हें बताई जाएंगी।
शिशुओं को स्तनपान से होने वाले फायदों के प्रति समुदाय में जागरूकता पैदा करने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में स्तनपान के तीन फायदे, स्तनपान का तरीका, शिशु को कब स्तनपान शुरू कराना चाहिए, सुनहरा घंटा क्या है,
सिजेरियन आपरेशन से पैदा हुए बच्चों को स्तनपान कराना चाहिए की नहीं, सहित अन्य 20 सवाल पूछे गए। इनका कामिनी सिंह, ऋचा सिंह, रेखा, गीता यादव, सुजाता, इन्दू, प्रमिला, मीना, शशि सिंह, माधुरी, साधना, अल्पना, कुसुम, अमिता, मंतारा सहित 20 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सही जवाब दिया।
इस दौरान बताया गया कि जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात को मिलने वाला कोलेस्ट्रम उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और यह अमृत के समान होता है। छह माह तक केवल स्तनपान कराना चाहिए और पानी भी नहीं देना चाहिए। दो साल तक स्तनपान के साथ अर्ध पूरक आहार देना चाहिए। इन बातों को समझाने के लिए कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने घर से चार्ट बनाकर लाई थीं और उसके माध्यम से समझाया।
इतना ही नहीं गुड़िया देकर सही तरीके से शिशु को स्तनपान कराने का सही तरीका पूछा गया तो कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बेहतरीन ढंग से प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में 178 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया । सही उत्तर देने वाली 20 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
ऐसे हुई प्रतियोगिता :- पर्ची पर प्रश्न बनाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में बांट दिए गए। उसके बाद बारी-बारी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पूछा गया कि आपके पास कौन सा प्रश्न गया है, जिसके पास पर्ची थी यदि वह सही जवाब नहीं दे सकी तो बगल वाले को उत्तर देने का मौका दिया गया।
इस अवसर पर प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी दीपक प्रताप चौबे, सिरकोनी के बाल विकास परियोजना अधिकारी मनोज कुमार वर्मा, संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपदा कोष (यूनीसेफ) की मंडल कोआर्डिनेटर अंजनी राय मंडल, डॉ रजनीश, मुख्य सेविका आराधना, सरोज सहित तमाम लोग मौजूद रहे।