जौनपुर की मिट्टी और पानी में ही इंटेलिजेंस है:डॉ०कौस्तुभ
जौनपुर,संकल्प सवेरा।तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय जौनपुर में स्वतंत्रता के अमृत काल में भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य थीम ‘हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान’था। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रबंध समिति के अध्यक्ष,मत्स्य वैज्ञानिक प्रोफेसर श्री प्रकाश सिंह जी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक जौनपुर डॉ० कौस्तुभ जी थे। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत मां सरस्वती तथा बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
कार्यक्रम में बोलते हुए पुलिस अधीक्षक जौनपुर ने कहा कि जो भी प्रभावशाली व्यक्ति मुझसे मिलने आता है वह यही कहता है कि मैं टी०डी० कॉलेज से पढ़ा लिखा हूं।तो मैंने टी०डी० कॉलेज के विद्यार्थियों से मिलने के लिए कॉलेज प्रशासन से स्वयं निवेदन किया,इसके लिए कॉलेज प्रशासन का धन्यवाद। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप तिलकधारी महाविद्यालय जौनपुर तथा देश के भविष्य हैं आप अपनी ऊर्जा को संयमित और केंद्रित रखते हुए अपने प्रतिष्ठान,अपने गुरुजनों तथा माता-पिता का सम्मान कीजिए तथा अपने सपनों को उड़ान देने के कठिन परिश्रम कीजिए। उन्होंने कविता के माध्यम से बच्चों का उत्साहवर्धन किया अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ प्रतिज्ञ सोच लो,
प्रशस्त पुण्य पंथ है, बढे चलो-बढे चलो। उन्होंने कहा कि जौनपुर की पानी और मिट्टी में इंटेलिजेंस है और यहां के लोगों में दृढ़निश्चय भी होता है जो ठान लेते हैं उसको निश्चित रूप से पूरा करते हैं। उन्होंने बच्चों से मोबाइल का सदुपयोग करने तथा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हो रहे अपराधों के बारे में सजग किया। उन्होंने कहा कि आप ट्रैफिक के नियमों का अनुपालन कीजिए तथा फालतू के प्रेम प्रसंग में पड़कर अपने माता-पिता,समाज का सम्मान एवं अपना जीवन बर्बाद मत कीजिए। अंत में उन्होंने एक प्रेरक कविता द्वारा बच्चों का मनोबल बढ़ाया ‘तुम हमारी चोटियों की बर्फ को यूं मत कुरेदो, दहकता लावा हृदय में है कि हम ज्वालामुखी हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर श्री प्रकाश सिंह जी ने कहा कि डॉक्टर भीमराव रामजी आंबेडकर विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। ब्रिटिश काल में ही उन्होंने मूल कर्तव्यों एवं मूल अधिकारों के बारे में सोचा।सन 1938 में उनके पास 8000 पुस्तकों का संग्रह था। उन्होंने अमेरिका तथा इंग्लैंड से पढ़ाई करके अनेक डिग्रियां ली थी। उन्होंने समाज के दबेकुचले, निम्न स्तर के लोगों के जीवन स्तर को उठाने का सार्थक प्रयास किया। वे हिंदू कोड बिल जिसमें महिलाओं के पूर्ण अधिकार और पुरुषों के समान अधिकारों की बात की गई थी, के प्रबल समर्थक थे। ऐसी पुण्य आत्मा धरती पर कभी-कभी जन्म लेती है जो पूरे समाज के उत्थान के लिए ऐसा कर जाते हैं जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने बच्चों से अनुशासित रहने, समय निश्चित करने, मोबाइल के सदुपयोग करने तथा पढ़ लिख कर समाज,जनपद तथा देश के लिए अपना योगदान देने का आवाहन किया। कार्यक्रम में बोलते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रामआसरे सिंह सर ने कहा कि डॉ० भीमराव अंबेडकर समाजसेवी,अर्थ शास्त्री, विधिवेत्ता तथा दलितों के मसीहा थे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर का नारा be educated, be organised be agitated समाज और देश के उत्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि शिक्षा उनका सबसे बड़ा हथियार था। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी संस्था के आप दर्पण हैं,संस्कार आप अपने परिवार से लेकर आते हैं। 6 घंटे आप हमारे साथ जुड़े रहते हैं परंतु 18 घंटे आप अपने परिवार और समाज के साथ रहते हैं।गुरु शिक्षा देता है अगर आप संस्कार विहीन हैं तो ऐसी शिक्षा का कोई मतलब नहीं रह जाता है। किसी भी व्यक्ति की योग्यता का परिकलन उसकी शिक्षा से कीजिए न कि उसकी जाति से। आप सभी एक है न कि उच्च या निम्न। आप में स्पर्धा रहना चाहिए,ईर्ष्या नहीं। एक दूसरे का सम्मान कीजिए और पढ़-लिखकर महाविद्यालय,अपने माता-पिता तथा देश का नाम बुलंद कीजिए। कार्यक्रम का सफल संचालन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, शिक्षक संघ के संस्कृत के विद्वान प्राध्यापक डॉ० राहुल कुमार सिंह जी ने किया, डा.विजयलक्ष्मी सिंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की संयोजिका डा.आशा रानी ने सभी अतिथियों एवं सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में तिलकधारी महाविद्यालय प्रबंधन समिति के यशस्वी प्रबंधक सर्व श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह जी, उप प्रबंधक श्री विंद प्रताप सिंह जी,महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर राम आसरे सिंह जी,कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर रजनीश सिंह जी, महाविद्यालय के मुख्य अनुशास्ता डॉ० विजय कुमार सिंह, प्रोफेसर सुदेश सिंह,वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ० शैलेंद्र कुमार सिंह, एनसीसी तथा एन०यस० यस० के सभी कार्यक्रम अधिकारी गण, महाविद्यालय के कर्मचारी, श्री रितेश सिंह, श्री पंकज कुमार सिंह, श्री विजय कुमार मौर्य, श्री चन्द्र प्रकाश गिरी तथा मीडिया के बंधु उपस्थित थे।