संकल्प सवेरा।जौनपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक शख्स की तबियत खराब होने पर उसके ही गांव के प्रॉपर्टी डीलर उपचार कराने लखनऊ ले गया. वह उसे एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करता रहा. जब मरीज नहीं बचा तो उसका दाह संस्कार उसके घर वालों को बिना बताए करने लगा
शनिवार की सुबह जब परिजनों को यह पता चला की चंद्र शेखर तिवारी की मृत्यु हो गई और उनकी अंत्येष्टि के लिए रामघाट ले गए हैं, तो परिजन वहां पहुंचकर हंगामा करने लगे. इस दौरान उन्होंने पोस्टमार्टम की मांग की. मृतक चंद्रशेखर तिवारी की संदिग्ध हालात में मौत के पीछेस भू माफिया का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. चंद्र शेखर तिवारी के प्रॉपर्टी का आकलन 14 से 15 करोड़ किया गया है. सीओ सिटी कुलदीप कुमार के मुताबिक इस मामले को लेकर शव का पोस्टमार्टम कराकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है
लाइन बाजार क्षेत्र के फूलपुर निवासी चंद्रशेखर तिवारी की बीमारी के दौरान लखनऊ में मौत हो गयी. मौत के बाद चंद्र शेखर तिवारी का शव गांव के प्लाटर जितेंद्र मिश्र शव लेकर दाह संस्कार करने के लिए रामघाट पहुंचा तो मौके पर पहुंचे परिजनों ने इनकी हत्या की आशंका जता कर शव को दाह संस्कार करने से रोक दिया है. इस दौरान काफी हंगामे की स्थिति बन गई. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिजनों की तहरीर पर मामला भी पंजीकृत कर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. वहीं परिजन प्रॉपर्टी को लेकर हत्या करने की आशंका जता रहे हैं.
चंद्रशेखर तिवारी को कुछ दिन पहले तबीयत खराब होने पर गांव के जितेंद्र मिश्रा द्वारा लखनऊ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. परिजनों का आरोप है कि बिना उन्हें किसी सूचना के एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाते रहे. जब उनके परिजनों द्वारा जितेंद्र मिश्रा से पूछा गया कि चंद्र शेखर तिवारी की स्वास्थ्य में किस प्रकार का सुधार है जितेंद्र मिश्रा के द्वारा इस संबंध में टालमटोल किए जाने से परिजनों को आशंका हुई.