Jaunpur ठेकेदार और दो बेटों की हत्या में मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार,3सरे पर 25हजार का ईनाम

जौनपुर में ठेकेदार और उसके दो बेटों की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। तीनों देर रात काम के चलते दुकान पर ही रुके थे। सुबह जब बहनोई दुकान पर पहुंचे तो तीनों को खून से लथपथ पाया। इसके बाद पुलिस को वारदात की जानकारी दी। घटना रविवार देर रात जाफराबाद के नेवादा बाईपास की है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से खून से सना हथौड़ा बरामद किया। इसके बाद तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। इस दौरान ग्रामीण और परिजनों ने पुलिस को शव को ले जाने से रोका। हाईवे जाम कर दिया और जमकर हंगामा काटा।
पुलिस ने मृतकों की पहचान मोहम्मदपुर कांध गांव निवासी लालजी (50 वर्ष) और उनके दो बेटों यादवीर (32) व गुड्डू (25) के रूप में की है। तीनों मृतकों के सिर पर हथौड़े के जोरदार हमले के निशान मिले हैं। देर शाम पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे की तलाश जारी है। शाम में एक ही चिता पर तीनों शवों को मुखाग्नि दी गई।
पेरोल पर रिहा बेटे ने दी मुखाग्नि, एक ही चिता पर जलीं तीन लाशें
सोमवार शाम 6:15 बजे जाफराबाद पुलिस शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर दो एम्बुलेंस वैन से लालजी, गुड्डू और यादवीर को लेकर उनके आवास पर लेकर पहुंची। तीनों की लाश घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। लाल जी की पत्नी प्रभावती वह गुड्डू की पत्नी सरिता लाश को देखते ही बेहोश हो गईं। शवों को मुखाग्नि देने के लिए पुलिस ने जेल में लालजी के मंझले बेटे जिलाजीत को 24 घंटे की पेरोल पर रिहाई दी। जिलाजीत कुमार ने जौनपुर के रामघाट पर तीनों शवों को मुखाग्नि दीं। तीनों शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
हत्या कांड के बाद पूरे गांव में नहीं जला चूल्हा
अंतिम संस्कार के दौरान महमदपुर कांध गांव के लगभग 500 लोग रामघाट पर मौजूद रहे। सभी ने नम आंखों से विदाई दी। इस घटना को लेकर सोमवार रात गांव के एक भी घर में चूल्हा नहीं जला। लालजी जल निगम में ठेकेदारी का काम करते थे। इसके अलावा उनकी एक बिल्डिंग मटेरियल की दुकान भी है। उनके बेटे यदवीर (32) व गुड्डू (25) दोनों ही उनके साथ बिल्डिंग मटेरियल की दुकान में ही काम करते थे। यदवीर की शादी हो चुकी है, उनकी पत्नी का नाम सरिता है। उनके बेटे अभी (5) और आर्यन (2) हैं। अब परिवार में लालजी की पत्नी प्रभावती, गुड्डू की पत्नी सरिता, दो बच्चे अभी-आर्यन और पुरुषों में एकमात्र लालजी का बेटा जिलाजीत शेष बचा है। जिलाजीत भी जेल में बंद है। ऐसे में परिवार को चलाने वाला कोई पुरुष फिलहाल नहीं बचा है। ग्रामीणों का कहना है ऐसे में प्रभावती और सरिता की जिंदगी कैसे कटेगी।
मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार, तीसरे पर 25 हजार का इनाम
पुलिस ने हत्या की जांच के लिए 8 टीमें गठित की हैं। सोमवार देर शाम पुलिस ने पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी पल्टू नागर और उसके दामाद नागमणि को हिरासत में लिया गया है। पल्टू का बेटा गोलू अभी फरार है। पुलिस ने फरार आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
थाना प्रभारी समेत 3 निलंबित
घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। हत्या से पहले की रंजिश को रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया था। इस कारण बीट पुलिस अधिकारी, हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की निगरानी में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।