चिन्मयानंद (Chinmayanand) यौन शोषण मामले में कांग्रेस (Congress) ने 1 अक्टूबर को सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया था, जिस रद्द कर दिया गया है
लखनऊ. कांग्रेस ने चिन्मयानंद (Chinmayanand) से ब्लैकमेलिंग मामले में पीड़ित छात्रा की गिरफ़्तारी के खिलाफ मंगलवार को होने वाली न्याय यात्रा (Nyay Yatra) को रद्द कर दिया गया है. अब कांग्रेस (Congress) की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के नेतृत्व में गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के दिन जनाक्रोश पदयात्रा होगी. इसमें प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे. चिन्मयानंद मामले में आज प्रदेश भर में कांग्रेस को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना था. प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि आज हर जिले में होने वाले प्रदर्शन को निरस्त कर दिया गया है. अब कल 2 अक्टूबर को लखनऊ में कांग्रेस का आक्रोश मार्च होगा. इस मार्च में कांग्रेस के विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और पदाधिकारी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि चिन्मयानंद मामले और सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में शांतिपूर्ण मार्च निकाला जाएगा. सरकार के खिलाफ इस प्रदर्शन में अब प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी. प्रियंका के नेतृत्व में निकलने वाली पदयात्रा में प्रदेश भर के कार्यकर्ता शामिल होंगे.
कई कांग्रेसी नेता हुए थे गिरफ्तार
गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस ने पीड़ित छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए शाहजहांपुर से लखनऊ तक न्याय पदयात्रा निकालने का ऐलान किया था, लेकिन प्रशासन ने इसकी मंजूरी न देते हुए धारा 144 लगा दी थी. बावजूद इसके कांग्रेस नेताओं ने पदयात्रा निकालने की कोशिश की, जिसके बाद अलग-अलग जिलों में करीब पांच हजार कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इसमें विधानमंडल में नेता कांग्रेस अजय कुमार लल्लू, विधायक आराधना मिश्रा, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुष्मिता देव, एआईसीसी सचिव रोहित चौधरी समेत अन्य नेता शामिल थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को नजरबंद कर दिया गया था.
प्रियंका ने ट्विटर के जरिये बोला हमला
सड़कों पर कांग्रेसी गिरफ़्तारी दे रहे थे तो प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर मोर्चा संभाला. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने ट्विटर पर ‘बीजेपी भगाओ, बेटी बचाओ’ हैशटैग भी चलाया. प्रियंका ने लिखा, ‘यूपी में अपराधियों को सरकार का सरंक्षण है कि वो बलात्कार से पीड़ित लड़की को डरा-धमका सकें. लेकिन, यूपी भाजपा सरकार शाहजहांपुर की बेटी के लिए न्याय मांगने की आवाज को दबाना चाहती है. पदयात्रा रोकी जा रही है. हमारे कार्यकर्ताओं नेताओं को गिरफ़्तार किया जा रहा है. डर किस बात का है?’