नई दिल्ली. एयर इंडिया की महिला पायलटों की टीम ने एक बार फिर इतिहास रचा है. महिला पायलटों की टीम उत्तरी ध्रुव के ऊपर से दुनिया के सबसे लंबे हवाई मार्ग पर उड़ान भर चुकी हैं. ये महिलाएं अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को से 16,000 किमी की दूरी तय करते हुए 9 जनवरी को बेंगलुरु पहुंची हैं. 16 हजार किलोमीटर के इस सफर पर करवे वाली टीम को पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल लीड कर रही हैं.
एयर इंडिया की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पायलट कैप्टन जोया और उनकी टीम को यह काम सौंपा गया. जोया वही महिला पायलट हैं जिन्होंने 2013 में बोइंग-777 विमान उड़ाया था, उस वक्त यह विमान उड़ाने वाली वे सबसे युवा महिला पायलट थी. यही वजह है कि उन्हें इस बार यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई.
मेरे लिए एक सुनहरा अवसर
कैप्टन जोया ने कहा, दुनियाभर में ज्यादातर लोग अपनी जिंदगी में नॉर्थ पोल या इसका नक्शा भी नहीं देख पाएंगे. मैं सच में खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और हमारे फ्लैग कैरियर ने मुझ पर भरोसा जताया. नॉर्थ पोल के ऊपर से सैन फ्रैंसिस्को से बेंगलुरु तक दुनिया की सबसे लंबी और बोइंग 777 से पहली उड़ान को कमांड करने वाकई सुनहरा अवसर है.
पायलटों का सपना होता है ये रूटयह पहला मौका है जब कोई महिला पायलट टीम ने ऐसा सफर तय किया है. इस सफर में नॉर्थ पोल से गुजरने का रोमांच यात्रा का सबसे अहम हिस्सा होता है. क्योंकि नॉर्थ पोल को देखना और वहां से गुजरना कई प्रोफेशनल पायलटों का सपना है. कोई भी एयरलाइन कंपनी इस रूट पर अपने सबसे अनुभवी पायलटों को भेजती हैं. इस सपने कोअब यह 19 महिला पायलट पूरा किया