राजनीतिक विद्वेष के कारण मुझे फसाया गया : अशोक सिंह
जौनपुर । राजनैतिक विद्वेष के कारण मुझे आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया। लोकतंत्र में यह सही नहीं हैं जबकि इसके पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ने अपनी काफी लंम्बी लाव-लश्कर के साथ चौकिया धाम से जुलूस निकालकर नगर के विभिन्न इलाकों से गुजरा तब प्रशासन को आचार संहिता के उल्लंघन का पता नहीं चला। चुनाव मैदान में मेरे आने से सभी दलों में हलचल मच गई है और मुझे येन-केन प्रकरण में फसां कर चुनाव नहीं लड़ना देना चाहते हैं।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए अशोक सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष द्वारा एस.एच.ओ.के ऊपर फोन द्वारा दबाव डाल कर मुझे फ़साने और अंदर करने की धमकी आ रहा था जबकि चुनाव आयोग अपने तरीके से सभी दलों पर निगरानी कर रही हैं। भाजपा प्रत्याशी का कारनामा किसी से छिपा नहीं हैं ये वही व्यक्ति हैं जो सियासी फायदे के लिए ठाकुर समाज को दलित बना दिया था जो काफी चर्चा का विषय बन गया था।
यह व्यक्ति अपने फायदे के लिये काफी हद तक जा सकता हैं। सारे क़ानून को तोड़ कर मुझे हराने के लिये हर हथकंडा अपना सकता हैं और मैं इन सभी चीजों से डरने वाला नहीं हूँ। मैं 2019 का चुनाव लड़ चुका हुँ मैंने सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चला हूँ और मुझे जनता का बेहद प्यार और सहयोग मिला है। मैं फिर उसी प्यार और सहयोग से 2024 के चुनाव लड़ रहा हूँ जो विपक्षियो को रास नहीं आ रहा हैं।