जान जोखिम में डालकर स्वास्थ्य कर्मी बिना पीपीई कीट के कर रहे कोरोना जांच
रेलवे स्टेशन एवं सीएचसी पर बगैर कीट के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जांच किया जा रहा
आक्सीजन सिलेंडर की किल्लत पड रहा जीवन पर भारी
शाहगंज / जौनपुर
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपने जीवन की परवाह किए बगैर मरीजों का परीक्षण किया जा रहा है। चाहे कोविड 19 की जांच हो अथवा वैक्सीनेशन। रेलवे जंक्शन पर भी प्रवासियों का आगमन जारी है। जो उन प्रदेशों से अधिक संख्या में आ रहे हैं जहां महामारी का प्रकोप ज्यादा है। उनका एंटीजन किट से रेलवे स्टेशन परिसर पर जांच प्रतिदिन कर रहे है। वहीं चिकित्सालय में भी एंटीजन किट से जांच एवं वैक्सीनेशन जारी है।
कोविड-19 डेस्क प्रभारी डा अमित सिंह का कहना है कि सारे चिकित्सक महामारी के विरुद्ध खुद को समर्पित कर चुके हैं। वे खुद को बचाते हुए अनवरत जांच एवं वैक्सीनेशन में जुटे हैं। हालांकि इस दौरान कई जांच में पाजिटिव भी आ चुके हैं लिहाजा कोविड जांच हेतु पीपीई कीट पहन कर ही करने की तैयारी चल रही है।
वहीं आक्सीजन सिलेंडर की भारी किल्लत है। महज तीन लोग नगर में इसका व्यापार करते हैं। लेकिन इस दौरान उपलब्धता नगण्य बना हुआ है। शुक्रवार को आक्सीजन की कमी से हिन्दू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी श्रीष मोदनवाल के पिता रविन्द्र मोदनवाल का निधन हो गया। वहीं आधा दर्जन लोग नगर में अभी भी आक्सीजन पर चल रहे हैं। फिलवक्त शासन के आदेश पर सिलेंडर हेतु उपजिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा को नामित किया गया है। बगैर डाक्टर के पर्चा दिखाये आक्सीजन नहीं दिया जा रहा। उपजिलाधिकारी के क्वारंटाइन होने के चलते नायब तहसीलदार अमित सिंह के पास चार्ज है। दो दिन पूर्व तक डाक्टर का पर्चा दिखाने पर दुकानदार को सिलेंडर देने का आदेश कर दिया जाता था। लेकिन अब दुकानदारों से पूरा सिलेंडर अपने कब्जे में ले लिया गया है। अब उनकी दया पर मरीजों का जीवन टिका है।