लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बनने जा रहे देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे को योगी सरकार और विस्तार देने जा रही है। यूपी सरकार गंगा एक्सप्रेस-वे की लंबाई बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रयागराज से बढ़ा कर वाराणसी और मेरठ से बढ़ा कर हरिद्वार तक करने की तैयारी है। वहीं, सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई भी बढ़ाने जा रही है। इसको बलिया तक ले जाने की योजना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेस वे के विस्तार का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
केंद्र सरकार के आम बजट में हाइवे और एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्यों को और विस्तार देने की योजना को देखते हुए योगी सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एक्सप्रेस-वे को मेरठ से बढ़ाकर हरिद्वार तक और प्रयागराज से वाराणसी तक विस्तार देने का प्रस्ताव जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। विस्तार के प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद देश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस वे की लंबाई करीब 150 किलोमीटर तक बढ़ने की उम्मीद है।
प्रयागराज से वाराणसी तक के विस्तार में गंगा एक्सप्रेस-वे के जरिये पूर्वांचल और विंध्य क्षेत्र के कई जिलों में विकास की नई राह खुलना तय है। गंगा एक्सप्रेस-वे वाराणसी के साथ मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र और चंदौली को भी जोड़ेगा। एक्सप्रेस वे विस्तार के साथ ही इन क्षेत्रों में उद्योग और पर्यटन के विकास की उम्मीदों को भी विस्तार मिलना तय माना जा रहा है।
मौजूदा समय में गंगा एक्सप्रेस-वे की लंबाई कुल 596 किलोमीटर तय की गई है, जिसके निर्माण की अनुमानित लागत 36,402 करोड़ रुपये तय की गई है। मौजूदा योजना के मुताबिक गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव और रायबरेली, प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक पहुंचेगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण का जिम्मा यूपीडा के पास है। गंगा एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा, जिसे भविष्य में आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा।












