खेतों की गर्मी की जुताई में जुटे हैं किसान
संकल्प सवेरा, जौनपुर। मछलीशहर तहसील के क्षेत्र बामी, महापुर, तिलौरा, करौरा, राजापुर, अमोध, चितांव, ऊंचगांव, कुंवरपुर, भटेवरा, बटनहित, खजुरहट आदि गांवों में किसान इस समय खेतों की गर्मी की जुताई में जुट गए हैं।बीच- बीच में जनपद में बारिश होने के कारण खेतों में नमी हो गई थी दो तीन दिन से तेज धूप के कारण खेत पूरी तरह से पक गए हैं, मौके का फायदा उठाकर किसान खेतों की जुताई कर रहे हैं।यह विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी का दृश्य है जहां किसान ट्रैक्टर से खेत की जुताई में जुटे हुए हैं
। इस सम्बन्ध में गांव के किसान रवीन्द्र सिंह कहते हैं कि गर्मी में खेत की गहरी जुताई कर देने से मिट्टी में रहने वाले कीटों के अंडे, प्यूपा, लार्वा आदि नष्ट हो जाते हैं जिससे अगली फसल के इनसे संक्रमित होने की संभावना घट जाती है। गहरी जुताई करने से खरपतवार जैसे दूब,मोथा की जड़ें भी सूख जाती हैं।बस ध्यान इतना रखना चाहिए कि जुताई के बाद मिट्टी के बड़े ढ़ेले बनने चाहिए मिट्टी को भुरभुरी नहीं बनाना चाहिए ।भुरभुरी होने पर गर्मी में तेज हवाओं के चलने से मृदा अपरदन होता है।
जुताई का कार्य ढ़लान के विपरीत दिशा में करना चाहिए। गर्मी की जुताई से मिट्टी की जल धारण क्षमता भी बढ़ती है। इस समय जुताई से पराली प्रबंधन में भी मदद मिल रही है।फसल अवशेष को मिट्टी में मिला देने से कार्बनिक पदार्थों की मात्रा में भी वृद्धि होगी।इसी के साथ गांवों में धान की नर्सरी की तैयारी भी किसान शुरू कर दिये हैं।