विश्व युवा कौशल दिवस पर प्रदर्शनी व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
संकल्प सवेरा, जौनपुर।विश्व कौशल दिवस के अवसर पर हुनरमंदों द्वारा लगाये गए स्टॉल में उनके द्वारा बनाये गए उत्पादों को देखकर अब विश्वास हो गया है कि प्रधानमंत्री जी का विकसित भारत का सपना जरूर पूरा होगा।उक्त बातें मंगलवार को राजकीय आईटीआई परिसर शाहगंज में आयोजित विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर लगाई गई प्रदर्शनी व सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुई खुटहन ब्लाक प्रमुख बृजेश यादव ने बतौर मुख्य अतिथि कहीं।उन्होंने कहा कि पहले जिन टेक्निकल जानकारी को सीखने के लिए बच्चो को बाहर जाना पड़ता था,वह अब उनके जनपद में ही सिखाई जा रही हैं।
जिसका ट्रेनिंग के बाद युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं।जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन मनीष पॉल ने बताया कि कौशल दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष 15जुलाई को किया जाता है।आज जिन बच्चों ने स्टॉल लगाकर अपने उत्पादों को यहां पर रखा है,निश्चित ही वे सराहनीय हैं।भविष्य में हमे जून माह से ही कौशल दिवस के आयोजन की तैयारी शुरू कर देनी चाहिये।इस अवसर पर जनपद में कौशल विकास मिशन के प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो ट्रेनिंग पार्टनर उद्योग विकास संस्थान व हाइजेनबर्ग अपेरल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कौशल विकास मिशन व आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त कर सफल रूप से रोजगार से जुड़े युवाओ को स्किल यूथ आइकॉन सम्मान से दिया गया।इस अवसर पर छात्राओ ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर कौशल विकास मिशन के एमआईएस मैनेजर अनूप पांडेय,डीडीयूजीकेवाई के जिला प्रबन्धक प्रभात पांडेय,प्रशिक्षण प्रदाता उद्योग विकास संस्थान के राजीव पाठक, आईटीआई स्टाफ सभाजीत यादव,सौरभ कुशवाहा,अमित श्रीवास्तव समेत भारी संख्या में छात्र छात्राये व युवा उपस्थित रहे।
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उद्योग विकास संस्थान के उत्पादों की रही भारी मांग
जौनपुर।मंगलवार को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उद्योग विकास संस्थान की छात्राओ ने बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया।इस अवसर पर संस्था के छात्राओ द्वारा गठित चारों स्वंय सहायता समूह ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए,जिनमे लेडिस ड्रेसेस,हैंडीक्राफ्ट सीनरी उत्पाद,होमडेकोरेट उत्पादों के सभी स्टाल पर लोग अंत समय तक खरीदारी करते नजर आए।
इस अवसर पर संस्था के प्रोजेक्ट हेड राजीव पाठक ने बताया कि संस्था की छात्राओ ने मॉर्डन, सखी सहेली,स्टायलिश,टिपटॉप नाम से चार स्वयं सहायता समूह बनाएं है,जिसमे संस्था से विभिन्न सेक्टर से प्रशिक्षण प्राप्त छात्राएं अपने उत्पादों का निर्माण व बिक्री करती है,जिसमे सभी एक दूसरे की सहायता करके एक बड़ा मार्केटप्लेस बनाने का कार्य कर रही हैं।