रेलवे (Indian Railways) ने 14 अप्रैल को या उससे पहले बुक किए गए सभी रेग्युलर ट्रेनों के रेल टिकटों को कैंसिल कर दिया है. यात्रियों को फुल रिफंड दिया जाएगा. रेलवे के इस फ़ैसले से साफ है कि सामान्य यात्री ट्रेनों के शुरू होने में अभी काफ़ी वक़्त लग सकता है.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Pandemic) के बीच हर कोई यही जानना चाह रहा है कि रेलवे की सुविधाएं सामान्य कब होंगी? कोविड-19 (COVID-19) के चलते लगभग तीन महीने से ठप पड़े ट्रेनों के संचालन के फिलहाल सामान्य होने की संभावना नहीं है, क्योंकि रेलवे (Indian Railways) ने 14 अप्रैल को या उससे पहले बुक किए गए सभी रेग्युलर टाइमटेबल वाली ट्रेनों के रेल टिकटों को कैंसिल कर दिया है. यात्रियों को फुल रिफंड दिया जाएगा. रेलवे के इस फ़ैसले से साफ है कि सामान्य यात्री ट्रेनों के शुरू होने में अभी काफ़ी वक़्त लग सकता है.
क्यों हो सकती है देरी- टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे मंत्रालय ने सोमवार को सभी ज़ोन को एक सर्कुलर जारी कर 14 अप्रैल को या उससे पहले बुक किए गए सभी टिकटों को रद्द करने और टिकटों का पूरा रिफंड जेनरेट करने के फैसले की जानकारी दी. इसीलिए ये माना जा रहा है कि अभी सामान्य ट्रेन सेवाएं शुरू होने में वक्त लगेगा.
सोमवार को जारी हुआ ये आदेश- IRCTC के अनुसार, भारतीय रेलवे द्वारा सिस्टम में ट्रेन को रद्द करने के बाद ऑटोमेटिक फुल रिफंड शुरू की जाएगी. इस बीच, भारतीय रेलवे तात्कालिक यात्रा के लिए अपनी 230 IRCTC स्पेशल ट्रेनों को निर्दिष्ट मार्गों पर चलाना जारी रखेगा. कोरोना वायरस या कोविड-19 के प्रसार के मद्देनजर, भारतीय रेलवे ने 15 अप्रैल से नियमित ट्रेन सेवाओं के लिए एडवांस रिजर्वेशन को निलंबित कर दिया था. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन शुरू होने पर, 25 मार्च से राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर की सभी नियमित ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया गया है.
हालांकि 12 मई को लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने IRCTC स्पेशल ट्रेन सर्विस शुरू किया. शुरुआत में, IRCTC की विशेष ट्रेनों में 30 राजधानी- स्टाइल की वातानुकूलित ट्रेनें शामिल थीं. फिर, 1 जून के बाद से नॉन-एसी स्लीपर ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ 200 अन्य IRCTC विशेष ट्रेनों का शुभारंभ किया गया