जौनपुर मे, लायन्स क्लब द्वारा लायन्स क्वेस्ट प्रोग्राम के अन्तर्गत कुमुद सभागार मे आयोजित टीचर्स ट्रेनिंग वर्कशाप मे दूसरे दिन, शिक्षकों को आज के किशोरों के मनोभाव व उनकी समस्याओं को समझने के तरीके व उनके समाधान बताए गए। नासिक महाराष्ट्र से आई क्लब की सीनियर ट्रेनर अर्चना भट ने शिक्षकों को सलाह दी कि वे कक्षाओं का संचालन इस तरह से करें कि छात्रों को आनंद आए। टीचर-पैरेंट्स मीटिंग भी नियमित रूप से करें, ताकि अभिभावकों के विचार से भी अवगत हो सकें। प्रयास रहे कि पढ़ाई के साथ-साथ छात्र अन्य विधाओं-हुनर से भी परिचित हों। आगे अर्चना भट ने बताया कि किशोरावस्था में बच्चों में शारीरिक मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन होते हैं, जिसे बच्चे समझ नही पाते और अभिभावक और शिक्षकों से उनकी संवाद हीनता की स्थिति के कारण उन्हें उनकी समस्याओं का हल नहीं मिल पाता। लायंस क्वेस्ट कार्यक्रम इन बच्चों की सभी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान है। जिसमे बच्चो को सोशल और इमोशनल लर्निंग सिखाई जाती है। लायंस क्वेस्ट किशोरावस्था के बच्चों में सकारात्मक जीवन कौशल का विकास करता है, जिसके अंतर्गत आत्मानुशासन, सेवा भावना, परिवार और समाज के साथ जुड़ने की कला, आत्मविश्वास बढ़ाना, निर्णय करने की क्षमता का विकास करना, साथियों के दबाव के आगे न झुकना, मादक पदार्थों से दूर रहना, चरित्र निर्माण की कला सिखाई जाती है। इस कार्यक्रम को अमल में लाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया | प्रशिक्षण मे 38 शिक्षको ने प्रतिभाग किया |
इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डा क्षितिज शर्मा, सै.मो. मुस्तफा मनीष गुप्ता, सुधीर भल्ला, शत्रुधन मौर्य, अशोक मौर्य, जागेशवर केसरवानी, रामकुमार साहू, दिनेश श्रीवास्तव, अमित पाण्डेय, राजेन्द्र खत्री, धर्मेन्द्र रघुवंशी, शशांक सिंह रानू, अक्षरा शर्मा, रवि मिंगलानी, दिलीप सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे |