कुछ देर में Bihar Election 2020 के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के उपचुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा. सीईसी अरोड़ा ने बताया कि बिहार चुनाव कोरोना वायरस को ध्यान में रखकर बनाए गए गये नियमों के तहत सुरक्षा मानकों के साथ होगी.
नई दिल्ली. चुनाव आयोग (Election Comission) कुछ देर में शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) समेत दो राज्यों में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होगा. इसके साथ ही आयोग ने मध्य प्रदेश, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान भी करेगा.
बीती बार बिहार में पांच फेज़ में चुनाव हुए थे. माना जा रहा है कि इस बार दीपावली से पहले विधानसभा का गठन किया जा सकता है. बिहार देश का पहला राज्य है जहां कोरोना काल में पूर्ण चुनाव होंगे. कोरोना संकट के चलते पहले सभी विपक्षी दलों ने चुनाव का विरोध किया लेकिन जब आयोग ने स्पष्ट कर दिया कि इलेक्शन होंगे तो सभी तैयारियों में लग गए.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी निर्देश- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने प्लेटफ़ॉर्म के दुरुपयोग के खिलाफ सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम करें और अगर ऐसा कोई विवाद सामने आए ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए सख्त प्रोटोकॉल बनाए जाएं.
आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू- सीईसी अरोड़ा ने बताया कि इस घोषणा के साथ आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो गई है. इनके दिशानिर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने पहले से ही विस्तृत व्यवस्था की है.
पोलिंग बूथ पर खास व्यवस्था की जाएगी मतदान के दिन. लेकिन क्वारंटीन में रह रहे कोरोना पॉजिटिव लोग मतदान के दिन सबसे आखिरी घंटे में वोट दे सकेंगे. इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद होंगे ताकि तमाम प्रोटोकॉल का पालन किया जा सके.
अगर किसी मतदाता का Temperature स्वास्थ्य मंत्रालय के तय तापमान से अधिक होता है तो ऐसे मतदाता को टोकन/सर्टिफिकेट दिया जाएगा और मतदान के आखिरी घंटे में मत देने के लिए बुलाया जाएगा. खास बात है कि कोरोना पॉजिटिव और संदिग्ध मतदाता को चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलट की सुविधा भी प्रदान की है.
चुनाव प्रक्रिया के दौरान सैनिटाइजर, ग्लव्स, फेस शील्ड, मास्क, थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल होगा.
चुनाव से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मियों को मास्क, सैनिटाइजर, फेस शील्ड, और ग्लव्स मिलेगा. सभी मतदाताओं को हैंड ग्लव्स दिये जाएंगे.
सिर्फ वर्चुअल प्रचार होगा- सीईसी अरोड़ा ने बताया कि सिर्फ वर्चुअल प्रचार होगा और अगर ऑफलाइन नामांकन कर रहे हैं तो 2 वाहन और 2 ही लोग साथ रहेंगे.
क्वारंटीन किए गए COVID19 मरीज़ वे मतदान के अंतिम दिन, अपने संबंधित मतदान केंद्रों पर, स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में अपना वोट डाल सकेंगे. : सीईसी सुनील अरोड़ा
बताया गया कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में पोलिंग बूथ पर वोटर्स की संख्या घटा दी गई है. राज्य में 7.29 करोड़ वोटर्स हैं जिसमें 3.39 करोड़ महिला और 3.79 करोड़ पुरुष मतदाता हैं.
सीईसी सुनील अरोड़ा ने कहा कि जैसे-जैसे दिन- महीने बीतते गए और COVID19 का असर कम होने के कोई संकेत नहीं दिखे तो यह महसूस किया गया कि लोगों को स्वास्थ्य और लोगों की सुरक्षा की सुरक्षा के लिए ईमानदार और व्यवस्थित प्रयास करते हुए मतदाताओं के लोकतांत्रिक अधिकारों को संतुलित करने के लिए कुछ रास्ता खोजना होगा.
ऑनलाइन कर सकेंगे नामांकन- इस बार विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी ऑनलाइन नामांकन, डिपोजिट भर सकते हैं. साथ ही वे जीत का डिजिटल प्रमाण पत्र भी पा सकते हैं.
वोटिंग की समयावधि बढ़ी- इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव 7 बजे सुबह से 6 बजे शाम तक होंगे. हालांकि नक्सल प्रभावित इलाकों में यह लागू नहीं होगा.
CEC अरोड़ा ने जानकारी दी कि कोविड पेशेंट मतदान वाले दिन सबसे आखिरी में मतदान कर सकेंगे.
80 वर्ष या उससे ऊपर की उम्र वालों के लिए पोस्टल बैलेट- चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा ने जानकारी दी कि 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में इस बार 80 वर्ष या उससे ऊपर की उम्र वाले लोग पोस्टल बैलेट से वोट डाल सकेंगे. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल 65 वर्ष से ही यह मांग कर रहे थे लेकिन ज्यादा बूथों की संख्या होने के कारण ऐसा नहीं किया गया.
विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर, 2020 को समाप्त –मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि बिहार राज्य में विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर, 2020 को समाप्त होने वाला है. बिहार विधानसभा में 243 सदस्यों की संख्या है, जिनमें से 38 सीटें एससी और दो एसटी के लिए आरक्षित हैं.
बता दें कोरोना काल में हो रहे चुनाव के लिए आयोग ने मतदान बूथों पर सोशल डिस्टेंसिंग के सख्ती से हो पालन करने, जहां महिला वोटरों की संख्या कम हो वहां ये संख्या बढ़ाने, कैम्प लगाकर पुरुष व महिला वोटरों का अनुपात ठीक करने, वापस आये मजदूरों को शत-प्रतिशत वोटर बनाने, दिव्यांग वोटरों की सहभगिता सौ प्रतिशत करने, कोरोना को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट हो बेहतर करने और पर्याप्त संख्या में निर्वाचनकर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 22 सीटों से ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने इस्तीफा देकर कमलनाथ की सरकार मार्च में गिरा दी थी. जबकि दो सीटें भाजपा विधायकों के निधन से खाली हुई हैं. हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर तीन विधायकों प्रद्युम्न सिंह लोधी, सुमित्रा देवी और नारायण पटेल ने इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी.
यूपी में मल्हनी- जौनपुर, बांगरमऊ- उन्नाव ,देवरिया ,स्वार-रामपुर ,टूण्डला- फिरोजोबाद, बुलंदशहर, घाटमपुर- कानपुर और नौंगाव सादात सीट पर चुनाव होंगे.