कार की टक्कर से जख्मी बीपीएम मैनेजर की ट्रामा सेंटर में मौत
ड्यूटी करके घर जाते समय आईटीआई के पास सामने से कार चालक ने मारी थी टक्कर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोंधी में थी तैनाती
संकल्प सवेरा जौनपुर। पीएचसी सोंधी में तैनात बीपीएम मैनेजर उमेश चंद्र मौर्य की वाराणसी के ट्रामा सेंटर में बीती रात मौत हो गई।
बीते 14 मई को सरायख्वाजा थाना क्षेत्र स्थित इंदिरा गांधी स्टेडियम के पास जौनपुर की तरफ से आ रही अर्टिगा कार ने मैनेजर की बाईक में सामने से टक्कर मार दी थी। गंभीर हालत में उनका चिकित्सीय उपचार वाराणसी में कराया जा रहा था।
जौनपुर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के चौकीपुर शीतला चौकिया निवासी 47 वर्षीय उमेश चंद्र मौर्य पुत्र सोहनलाल मौर्य शाहगंज तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोंधी में ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर यानी बीपीएम के पद पर तैनात थे। कोविड महामारी के इस दौर में वह बाईक से ही आते जाते थे। 14 मई की शाम वह स्वास्थ्य केंद्र पर ड्यूटी करके अपनी पैशन प्रो बाइक यूपी 62 वाई, 8163 से घर जा रहे थे। सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र के इंदिरा गांधी स्टेडियम के पास पहुंचते ही जौनपुर की तरफ से तेज गति से आ रही अर्टिगा कार के चालक ने सामने से बाइक में जोरदार टक्कर मार दिया। इससे वह सड़क पर गिरकर घायल हो गए । खबर लगते ही सरायख्वाजा थानाध्यक्ष जगदीश कुशवाहा, पूर्वांचल विश्वविद्यालय पुलिस चौकी इंचार्ज राजेश सिंह मौके पर पहुंच कर एंबुलेंस की मदद से घायल स्वास्थ्य अधिकारी को जौनपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराए। जबकि अर्टिगा कार और उसके चालक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। जिला अस्पताल में भी स्थिति बिगड़ने लगी तो डॉक्टरों ने वाराणसी के ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया। वहां उपचार चल रहा था की बीती रात 11 बजे हालत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर उमेश चंद्र मौर्य ने दम तोड़ दिया। इससे पूरे परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम पुलिस की निगरानी में बुधवार को वाराणसी में किया गया है।
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मृदुभाषी और व्यवहार कुशल थे बीपीएम मैनेजर
खेतासराय। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोंधी में तैनात उमेश चंद्र मौर्य बेहद ही व्यवहार कुशल और मृदुभाषी थे। कोरोना कोविड महामारी के इस दौर में जहां लोग ड्यूटी से भागते थे लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश कुमार की प्रेरणा से वह निरंतर अपनी ड्यूटी को निभाते रहे। 14 मई की शाम को वह ड्यूटी करके अपने सभी स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सा अधिकारी से भेंट मुलाकात करके हंसते हुए घर को जब निकले तो शायद उन्हें भी यह नहीं पता था कि आज कि उनकी ड्यूटी आखरी होगी।
जौनपुर शाहगंज स्टेट हाईवे पर सरायख्वाजा थाना क्षेत्र में अर्टिगा कार के चालक ने जितनी तेजी से बिल्कुल सामने से उनकी गाड़ी में जिस हालत में टक्कर मारा है। मृतका के परिजन छोटे भाई संतोष कुमार मौर्य ने इसके पीछे किसी गहरी साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया । खेती बारी करके परिवार चलाने वाले बुजुर्ग सोहनलाल मौर्य के पांच पुत्रों में उमेश चंद मौर्य सबसे बड़े और घर के जिम्मेदार थे । उमेश चंद के दो बेटियां और एक बेटा है।