कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच राहत की खबर है। बॉलीवड सिंगर कनिका कपूर आखिरकार संक्रमण मुक्त हो गयी हैं।
लखनऊ। बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की एक और रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने के बाद उनको SGPGI से डिस्चार्ज कर दिया गया है। SGPGI के मीडिया सेल ने इस बात की पुष्टि की है। हालांकि कनिका को अभी 14 दिन तक होम क्वारंटीन रहना होगा। कनिका की लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनको डिस्चार्ज किया गया है। इससे कनिका कपूर और उनके परिवार के साथ ही SGPGI प्रशासन को भी बड़ी राहत मिली है।
कनिका को SGPGI के डॉक्टर्स ने दी ये हिदायत
भले ही कनिका कपूर में अब कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं है। उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। लेकिन फिर भी कनिका अभी किसी से मिलजुल नहीं सकती। डॉक्टर्स ने कनिका को कुछ हिदायत दी हैं। कनिका कपूर अगले 14 दिन तक होम क्वारंटीन में रहेंगी। बॉलीवुड सिंगर को सोशल डिस्टनसिंग का पूरा ध्यान रखना होगा। इसके अलावा डॉक्टर्स ने कनिका को मास्क लगाये रखने के लिए भी कहा है।
20 मार्च को कोरोना पॉजिटिव मिलने पर SGPGI में किया गया था भर्ती
कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि 20 मार्च को पहली रिपोर्ट आने पर हुई थी। इसके बाद कनिका को राजधानी लखनऊ में SGPGI के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। इसके बाद लगातार तीन और रिपोर्ट में कनिका के कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई। लेकिन 4 अप्रैल को कनिका की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव है। यानी उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं था। इसके बाद लगातार आज यानी 6 अप्रैल को आयी दूसरी रिपोर्ट में भी कोरोना संक्रमण नहीं निकला।
कनिक की पहली रिपोर्ट से दिल्ली तक मचा था हड़कंप
कनिका की पहली रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद लखनऊ से दिल्ली तक हड़कंप मच गया था। वजह थी कि बॉलीवुड सिंगर ने लंदन से आने के बाद कई पार्टियों में शामिल हुई थीं। जिन पार्टीज में कनिका गयी थी उनमे स्वास्थ्य मंत्री समेत कई बड़े नेता, संसद, पूर्व मुख्यमंत्री तक शामिल हुए थे। इनमे से कुछ लोग बाद में लोकसभा के सत्र तक में शामिल हुए और राष्ट्रपति भवन तक गए थे। हालाँकि इन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी ने राहत की सांस ली थी।
शुरू से चर्चा और विवादों में रही कनिका
सिंगर कनिका कपूर SGPGI में भर्ती होने के बाद शुरू से ही लगातार चर्चा में रहीं। कनिका कपूर ने शुरु में आरोप लगाये थे कि SGPGI में उनको सही व्यवस्था नहीं मिल रही है। डॉक्टर सही बर्ताव नहीं करते। पानी तक की समस्या बताई थी। इन आरोपों के बाद खुद संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमान को मीडिया के सामने आकर कनिका के सभी आरोपों का खंडन करना पड़ा था। उन्होंने ये तक कहा था कनिका को जो बेहतर इलाज हो सकता है दिया जा रहा है। कनिका को इन हालात में नखरे करने की जगह सहयोग करना चाहिए।