‘एनीमिया’ यानी मानव के रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा मानक से कम होने की समस्या गर्भवती महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाती है। आपको पसीना ज्यादा आता हो, पैरों और हाथों में सूजन हो, घबराहट के साथ सांस लेने में दिक्कत, थोड़ा चलने पर ज्यादा थकान होता हो या पिफर सुस्ती ज्यादा आती हो तो समझ लें कि यह हीमोग्लोबिन की कमी की वजह से ही हो रहा है। अगर आप हीमोग्लोबिन की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं तो इन उपायों को आजमाइएं। इससे हीमोग्लोबिन की कमी दूर होगी।
हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) में पाया जाता है। ये कोशिकाएं शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाने का कार्य करती हैं। ऑक्सीजन के परिवहन के अलावा, हीमोग्लोबिन कोशिकाओं और फेफड़ों में कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है। कार्बन डाइऑक्साइड व्यक्ति द्वारा निकाली जाने वाली एक गैस है। हीमोग्लोबिन शरीर के लिए बहुत जरूरी है, इसकी कमी से शरीर में ऑक्सीजन को वहन करने की क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है और एनीमिया होने की संभावना बढ़ जाती है। किडनी की ज्यादातर समस्यायें हीमोग्लोबिन की कमी के कारण ही होती हैं। हीमोग्लोबिन की कमी (How to increase hemoglobin) को आहार के जरिये दूर किया जा सकता है। भोजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं, उसे स्वस्थ रखते हैं और शक्ति प्रदान करते हैं। हमें अपने आहार में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले फल और सब्जियों को शामिल करना चाहिए। हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार, व्यायाम, भोजन में हरी सब्जियां, दालें, अनार आदि फल की जरूरत होती है। हीमोग्लोबिन को बढ़ाने और शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
हीमोग्लोबिन को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ
चुकंदरचुकंदर से प्राप्त उच्च गुणवत्ता का लोह तत्व रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण व लाल रक्तकणों की सक्रियता के लिए बेहद प्रभावशाली है। खून की कमी यानी एनीमिया की शिकार महिलाओं के लिए चुकंदर रामबाण के समान है। चुकंदर के अलावा चुकंदर की हरी पत्तियों का सेवन भी बेहद लाभदायी है। इन पत्तियों में तीन गुना लौह तत्व अधिक होता है।
अंजीर का करें सेवन
तीन से पांच अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से हीमोग्लोबिन की मात्रा तेजी से बढती है |
आंवलाविटामिन सी की कमी हो जाने के कारण भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। जब शरीर में विटामिन सी की कमी होती है तो इस कारण आपका शरीर सही मात्रा में आयरन को सोख नहीं पाता। इसीलिए विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से आप हीमोग्लोबिन का स्तर सही कर सकते हैं। विटामिन सी की कमी पूरी करने का सबसे अच्छा श्रोत आंवला है | इसका चटनी, मुरब्बा या रस के रूप में नियमित सेवन करना भी काफी लाभकारी है।
अंगूरअंगूर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन बनाता है, और हीमोग्लोबिन की कमी संबंधी बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है। अंगूर में मौजूद विटामिन सी बढ़ती उम्र को रोकता है। यह पेट के लिए काफी फायदेमंद है।
सेबसेब एनीमिया जैसी बीमारी में लाभकारी होता है। सेब खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन बनता है। इसके अलावा सेब में कई ऐसे विटामिन हैं जो शरीर में खून को बढ़ाते हैं। यह पेट की समस्याओं में लाभकारी है।
अमरूदअमरूद जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। इसलिए महिलाओं के लिए यह और भी लाभदायक हो जाता है।
सब्जियांशरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। हरी सब्जियों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले तत्व ज्यादा मात्रा में पाये जाते है।
नारियलनारियल शरीर में उत्तकों, मांसपेशियों और रक्त जैसे महत्वपूर्ण द्रव्यों का निर्माण करता है, यह संक्रमण का सामना करने के लिए इन्जाइम और रोग प्रतिकारक तत्वों के विकास में सहायक होता है।
तुलसीतुलसी रक्त की कमी को कम करने के लिए रामबाण है। तुलसी के नियमित सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
आमआम में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद हैं, इसमें आयरन की अधिकता होती है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करते हैं। आम खाने से हमारे शरीर में रक्ति अधिक मात्रा में बनता है, एनीमिया में यह लाभकारी होता है।
तिलतिल हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है। तिल खाने से रक्ताअल्पता की बीमारी ठीक होती है।
पालकसूखे पालक में आयरन काफी मात्रा होती है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को ठीक करता है।
गुड़गुड़ में अधिक खनिज लवण होते है। जो हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
अंडाअंडे के दोनों भागों में प्रोटीन, वसा, कई तरह के विटामिन, मिनरल्स, आयरन और कैल्शियम जैसे गुणकारी तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। बहुत कम खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला विटामिन डी भी अंडे में पाया जाता है।