वाराणसी. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक अजय राय पर प्रशासनिक शिकंजा कसता जा रहा है. बीते सोमवार को अजय राय के पिस्टल का लाइसेंस निलंबित किया गया तो वहीं बुधवार को उनके तीन और असलहे के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए. खास बात यह है कि यह कार्रवाई वाराणसी से लेकर दिल्ली तक के प्रशासन ने किया है. कुल मिलकर अजय राय के 4 असलहे के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं, वो भी मात्र 28 घंटे के अंदर. इस घटना के बाद कांग्रेस नेताओं में भी आक्रोश व्याप्त है . वाराणसी
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के रहने वाले अजय राय पिंडरा से विधायक रहे हैं. बीते सोमवार को अजय राय द्वारा 2005 में पिस्टल का लाइसेंस लिया था, लेकिन जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने उसे निलंबित कर दिया. अब उनके तीन और असलहे पर कार्रवाई हुई है. ये असलहे वाराणसी नहीं, बल्कि दिल्ली के पते से लिये गए थे. दिल्ली से अजय राय ने लोधी कालोनी के पते पर रिवाल्वर, राइफल और पीजी गन लिया था.
अजय राय पर दर्ज हैं 26 मुकदमे 
वाराणसी में लाइसेंस धारियों के आपराधिक इतिहास खंगाले जा रहे हैं. ऐसे में अजय राय के फ़ाइल को भी देखा गया, जिसमें अजय राय पर 26 मुकदमें दर्ज हैं. कई आपराधिक मुकदमें भी शामिल हैं. ऐसे में वाराणसी जिलाधिकारी ने 13 नवंबर को दिल्ली के जॉइंट कमिश्नर को पत्र लिखा था. इसी पत्र के आधार पर कार्रवाई की गई.
अजय राय ने बताया डर्टी पॉलिटिक्स
कार्रवाई से अजय राय समेत कांग्रेस नेताओं में खासा आक्रोश व्याप्त है. अजय राय का कहना है कि सरकार डर्टी पॉलिटिक्स कर रही है. उनके समर्थकों का कहना है कि सरकार के इस डर्टी पॉलिटिक्स के कारण अजय राय की सुरक्षा पर खतरा है. बता दें कि अजय राय पुर्वांचल के बाहुबली नेताओं में शामिल हैं.
 
	    	 
                                












