रिंकू सिंह ने चौका मार एशिया कप में भारत का कराया राज ‘तिलक
संकल्प सवेरा नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल मैच को जैसा होना चाहिए ठीक वैसा ही एशिया कप-2025 का फाइनल हुआ। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में रविवार को खेले गए इस खिताबी मुकाबले में रोमांच अपने चरम पर था। अंत में भारत ने पांच विकेट से बाजी मारी और खिताब अपने नाम किया। पाकिस्तानी टीम अच्छी शुरुआत के बाद बड़ा स्कोर नहीं कर पाई और 19.1 ओवरों में 146 रनों पर ढेर गई। टीम इंडिया ने दो गेंद पहले पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया
पाकिस्तान की तरफ से साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक जमाते हुए 57 रनों की पारी खेली। अपनी पारी में उन्होंने पांच चौके और तीन छक्के मारे। फखर जमां ने 46 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना कर दो चौके और इतने ही छक्के मारे। भारत की तरफ से तिलक ने नाबाद 69 रनों की पारी खेली। भारत की इस एशिया कप में पाकिस्तान पर लगातार तीसरी जीत है। भारत ने नौंवीं बार एशिया कप का खिताब जीता है
भारत के लिए ये जीत काफी जरूरी थी क्योंकि ये सिर्फ मैच नहीं था बल्कि देश की साख की बात थी। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान का विरोध पहले से कहीं ज्यादा हो रहा था। पाकिस्तान ने कई मौकों पर भारत का मजाक उड़ाने और नीचा दिखाकर पहलगाम हमले पर नमक छिड़कने की कोशिशें की हैं। ये मैच उसका एक बदला है। अगर टीम इंडिया ये मैच हार जाती तो फिर बहुत बुरा होता, लेकिन जीत ने पाकिस्तान के बेफिजूल के घमंड को चकनाचूर किया है और इसलिए बीते दो दशक में भारत के लिए सबसे अहम मैच था
भारत को जीत के लिए 147 रन चाहिए थे जो उसकी तूफानी बैटिंग के लिए आसान लग रहा था। हालांकि, क्रिकेट की अनिश्चित्ता क्या होती है वो इस मैच में देखने को मिली। अभिषेक से उम्मीद थी कि वह अपने तूफान से पाकिस्तान को फिर बेदम करेंगे और उसके गेंदबाजों की लाइन लैंग्थ बिगाड़ देंगे। शाहीन शाह अफरीदी द्वारा फेंके गए पहले ओवर की दूसरी गेंद पर चौका मार उन्होंने इरादे जता दिए थे। हालांकि, अगले ओवर में फहीम अशरफ ने अपनी स्लोअर गेंद में उन्हें फंसा लिया। मिड ऑन पर हारिस रऊफ ने उनका शानदार कैच लपका। वह पांच रन ही बना सके।
कप्तान सूर्यकुमार यादव फिर बड़े मैच में फेल हो गए। तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शाहीन ने उन्हें सलमान के हाथों कैच कराया। पाकिस्तानी कप्तान ने शानदार लो कैच लपका। वह एक रन ही बना सके
आखिरी ओवर में भारत को 10 रन चाहिए थे। तिलक ने इस ओवर में एक छक्का मारा और फिर रिंकू ने चौथी गेंद पर चौका मार भारत को जीत दिलाई। रिंकू ने भारत के लिए इस टूर्नामेंट में एक ही गेंद खेली और उसी में विजयी शॉट लगा दिया।