प्रोटोकॉल के पूर्वाभ्यास की तैयारियां पूरी – डा कमल क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी
मनोदैहिक स्वास्थ्य को सर्वोत्तम बनानें का सशक्त माध्यम है योग – अचल हरीमूर्ति
योग जागरण की सशक्त माध्यम है महिलाएं – सीमा सिंह जिला उद्यान अधिकारी
संकल्प सवेरा, जौनपुर। योग सप्ताह के तहत षष्ठम दिवस पर अनेकों सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में योग के प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास किया गया जिसमें लोगों नें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी डॉ कमल के द्वारा बताया गया की अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के क्रम में अधिक से अधिक लोगों को प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया है जिससे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन सुचारू ढंग से योगाभ्यास कराया जा सके।
पुलिस लाइन के मैदान में योग प्रशिक्षक डॉ हेमंत कुमार और अर्जुन सिंह के नेतृत्व में पुलिस विभाग के लोगों को प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया। वहीं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में विकास योगी के द्वारा प्रशिक्षुओं को प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया। जिला कारागार में डा ध्रुवराज के द्वारा पूरे सप्ताह वहां के बन्दियों के साथ पूरे स्टाफ को प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराया गया।
पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति के नेतृत्व में अरविंद कुमार, विकास योगी, प्रियंका राजपूत,क्षमा सिंह, जगदीश और राजकुमार योगी के द्वारा जनमानस के साथ योग प्रशिक्षकों को काफी संख्या में प्रोटोकॉल का पूर्वाभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभों को बताया गया। जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करते हुए बताया गया कि महिलाओ के लिए योगाभ्यास बहुत ही आवश्यक होता है और इसके साथ ही साथ योग को जन जन तक पहुंचानें में इनकी महति भूमिकाएं होती हैं। श्री हरीमूर्ति के द्वारा योगाभ्यास कराते हुए बताया गया की स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले अनेकों कारक होते हैं लेकिन आहार विहार को संतुलित करते हुए योग के क्रियात्मक अभ्यासों को नियमित और निरन्तर करके सभी व्यक्ति अपने साध्य एवं असाध्य बीमारियों से छुटकारा पाते हुए अपने स्वास्थ्य को सर्वोत्तम बना सकते हैं। वैश्विक स्तर पर निर्मित प्रोटोकॉल का अभ्यास करके ही सर्वाइकल, स्पोंडलाइटिस, कमर, रीढ़ की हड्डी, कंधों से सम्बंधित सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है। बीपी, अनिद्रा, बेचैनी और हृदय से संबंधित अनेकों समस्याओं के समाधान में नाड़ी शोधन के तहत अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गगीथ प्राणायामों का अभ्यास बेहद लाभकारी होता है।
कोलेस्ट्रॉल और मोटापा जैसी अनगिनत समस्याओं के समाधान में कपालभाति प्राणायाम, वाह्य प्राणायाम और सूर्य नमस्कार के साथ अग्निसार और नौलिक्रिया का अभ्यास अति आवश्यक होता है। श्री हरीमूर्ति के द्वारा हर परिवार से आहृवान किया गया है की परिवार के सभी सदस्यों को सामूहिक रूप से सप्ताह में एक बार योगाभ्यास अवश्य करें।इस मौके पर भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी शशिभूषण यादव , भारत विकास परिषद के अध्यक्ष सत्येन्द्र अग्रहरि,शरद कुमार, दीपक,आयुष विभाग के विशेष चिकित्सक डा विमल कुमार, डा सुजीत श्रीवास्तव, डा स्तुति साहनी, डा अनिल सिंह के साथ योग प्रशिक्षक कुलदीप योगी, डा हेमंत कुमार, अर्जुन सिंह, मनोज कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, इंद्रभान मौर्य, प्रियंका राजपूत,विकास यादव, त्रियंबकम मिश्रा, क्षमा सिंह, रजनी सुप्रिया, ,अनीता,प्रभात कुमार, साधना मौर्य, विरेन्द्र यादव,राजन सिंह, सुप्रिया, एसके यादव, नन्दलाल और बीरा यादव सहित अनेकों लोगों की उपस्थिति रही।