अर्थव्यवस्था के विकास में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण: प्रो. वंदना सिंह
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के केंद्रीय प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा नांदी फाउन्डेशन एवं महिंद्रा प्राइड क्लासरूम के सहयोग से विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिए आठ दिवसीय रोजगार कौशल, एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स, प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होने जा रही है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 में देश की आधी आबादी यदि कौशल विकास में आगे आएगी तो देश की समृद्धि के साथ-साथ परिवारों की उन्नति और समृद्धि भी सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता करनी चाहिए। कार्यक्रम के प्रारंभ में ट्रेंनिंग प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो अविनाश पाथर्डीकर ने अतिथियों का परिचय एवं स्वागत किया। नांदी फाउंडेशन की प्रशिक्षक आस्था द्विवेदी ने कहा कि नांदी फाउंडेशन देश में कई इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता रहा है और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि विश्वविद्यालय में इसके सकारात्मक परिणाम शीघ्र ही देखने को मिलेंगे।
तकनीकी सत्र के दौरान छात्राओं ने प्रशिक्षण से जुड़ी अपनी उत्सुकता व्यक्त की और इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की प्रतिबद्धता जाहिर की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को साक्षात्कार तकनीक, संचार कौशल, करियर मार्गदर्शन, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं का विकास करने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के आचार्य प्रोफेसर मानस पांडे ने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. जाह्नवी श्रीवास्तव, प्रो. रवि प्रकाश , डॉ पीसी यादव, प्लेसमेंट सेल के कर्यालय प्रभारी श्याम त्रिपाठी, छात्र सदस्य आदित्य पांडे, दिव्यांशु संजय, रुद्रांश चतुर्वेदी, श्रेया मिश्रा, शिवांश श्रीवास्तव, हरी ओम साहू, आर्यन पाण्डेय, आयुष गुप्ता समेत कई छात्राएं उपस्थित रहे।