सनातनियों, सुरक्षित रहने के लिये एकजुट होना जरूरी: अजय पाण्डेय
अहिप अध्यक्ष ने कहा— हिन्दुस्तान रहेगा तभी परिवार एवं राजनीति रहेगी, अन्यथा खाक हो जाओगे
जौनपुर। बांग्लादेश में आज हिंदुओं के साथ क्या हो रहा है और वह घृणित कार्य करने वाला कौन है? यह सिर्फ एक जाति पंथ के लोगों द्वारा ही सिर्फ क्यों? पूरे विश्व के लगभग सभी देशों ने इन जेहादी मानसिकताओं वाले रोहिंग्यानों, कट्टरपंथी मुस्लिम धर्म के लोगों पर प्रतिबंध लगाया है। साथ ही निर्देशित भी किया है कि मेरे देश के नियम विरुद्ध कार्यवाही या आचरण करने वालों को देश से निष्कासित कर दिया जाएगा। फिर हमारे लोकतांत्रिक देश भारत में भी ऐसा ही कानून तत्काल बनाया जाना चाहिए।
उक्त बातें अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष अजय पाण्डेय ने मीडिया को जारी एक बयान में कही। साथ ही आगे बताया कि सूत्रों की मानें तो २००९ में जिस वक्फ बोर्ड के पास ४ लाख हेक्टेयर भूमि थी, आज उनके पास ८ लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि हो गयी, कैसे? सेना एवं रेलवे के बाद सबसे अधिक भूमि और पैसा वक्फ बोर्ड के पास कैसे और कहां से आयी? सरकार द्वारा तत्काल इन पर अंकुश नहीं लगाया गया तो निश्चित रूप से उन गुलामी परस्त नेताओं की बात सही होने में देर नहीं लगेगी। हिन्दुस्तान में रहने—खाने वालों को भी चेत लेना चाहिए कि अन्य देशों में तुम्हें भी काफिर ही कहा जाता है। देश की जनता को समझ जाना चाहिए कि कांग्रेसी नेताओं के वक्तव्य भारत के लिये भयानक आहट सुनायी दे रही है।
श्री पाण्डेय ने बताया कि डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने अपने वक्तव्य में कहा था कि ‘मुसलमान पैदाइशी आतंकवादी नहीं होते। उन्हें मदरसों में कुरान पढ़ाई जाती है जिसके अनुसार वे हिन्दू, बौद्ध, सिख, ईसाई, यहूदी सहित अन्य गैर-मुसलमानों को चुनकर मारते हैं। आतंकवाद पर नियंत्रण के लिए भारत में चल रहे हजारों मदरसों पर प्रतिबंध लगाना बेहद जरूरी है। विभिन्न राजनीतिक दलों के जाति के नाम पर बांटने वाले नेता, क्या हमें—हमारे परिवारों को इन देशद्रोहियों के हाथों से बचा पायेंगे? हमें छोड़िये, क्या स्वयं को बचा पाएंगे? पूर्व की सरकारों के अंधेपन एवं अदूरदर्शिता के चलते आज यह दिन देखने को मिल रहा है। यह एक दिन की नहीं, बल्कि 70 सालों का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि इन विपक्षियों के वक्तव्य एवं करतूतों को देखते हुये हमारे देश के प्रधानमंत्री ने भी स्पष्ट कर दिया कि सनातनियों सक्रिय, सुरक्षित और चैतन्य रहें। इसका जवाब देने के लिये हम सनातनी हिन्दुओं को संगठित करने की आवश्यकता है, इसलिए समाज, घर, परिवार की आत्म सुरक्षा हेतु संगठित होना आरम्भ करें और मोहल्ले, कॉलोनी, सोसाइटी में बैठक करें और ग्रुप बनाएं। हिन्दुस्तान सुरक्षित रहेगा तो सनातनी हिन्दू रहेगा और जब हिन्दू रहेगा तभी धर्म एवं संस्कृति रहेगी।