जननायक कृपाशंकर सिंह: के जन्मदिन विशेष पर रिपोर्ट
“जो राहों में ठोकरें खाकर भी न रुके, वो नाम है कृपाशंकर,”!
कृपाशंकर सिंह जी का जन्म …..
संकल्प सवेरा। 31 जुलाई 1950 को जौनपुर के ठाकुर रामनिरंजन सिंह के घर जन्मे कृपाशंकर जी ने एक साधारण परिवार से निकलकर राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई।
मुंबई की झुग्गियों में जीवन के संघर्षों को झेलते हुए, उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री तक बना दिया था ।
2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शिवसेना के खिलाफ मुंबई में कांग्रेस की जीत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
जौनपुर की मिट्टी से जुड़ा दिल
हालांकि महाराष्ट्र की राजनीति में उनका नाम रोशन था, लेकिन उनका दिल हमेशा जौनपुर से जुड़ा रहा।
जब भाजपा या कहे सीधे प्रधानमंत्री जी ने उन्हें जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया, तो उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार कर लिया। इससे आप उनके कद का अंदाजा लगा सकते है ,
जौनपुर के विकास के लिए उन्होंने भारत सरकार और प्रदेश सरकार से मिलकर कई योजनाएं शुरू कीं साथ में खुद से भी कई कार्य कर रहे हैं उनका लक्ष्य सिर्फ एक जौनपुर का विकास है
एक योद्धा का जज्बा
कृपाशंकर सिंह हमेशा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहे हैं। जब महाराष्ट्र में अंडरवर्ड कि टूटी बोलती थी तब उन्होंने दाऊद इब्राहिम जैसे अपराधियों से भी मुकाबला किया और उन्हें पीछे हटने वही देश छोड़ने पर मजबूर किया था,
कुछ लोगो ने जौनपुर में उनके विकास कार्यों के विजन का भी विरोध किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
उनका दृढ़ संकल्प और हौसला हमेशा उनकी ताकत के प्रेरणा का स्रोत रही है।
पार्टी के अंदर और पार्टी के बाहर उनके विरोधियों ने सोचा कि अगर कृपाशंकर सिंह जीते, तो वे उनके दलाली के धंधे बंद कर देंगे। इस लिए सभी ने मिलकर उनको हराने में लग गए
सोचना यह था कि वो हार गए तो मुबई वापस चले जाएंगे लेकिन हुआ उल्टा चुनाव हार जाने के बाद भी कृपाशंकर सिंह ने जौनपुर छोड़ने का नाम नहीं लिया, बल्कि और तेजी से जौनपुर के विकास में जुट गए।
लोगों के दिलों में राज करने वाला नेता
कृपाशंकर सिंह सिर्फ एक राजनेता नहीं बल्कि लोगों के दिलों में राज करने वाले एक नेता हैं। उन्होंने हमेशा लोगों की मदद की है, चाहे अंजाम कुछ भी रहा हो। उनकी सादगी, मिलनसारिता और दयालु स्वभाव ने उन्हें लोगों का प्रिय बना दिया है। 1990 के दशक से लेकर 2000 के दशक तक कृपाशंकर सिंह का रुतबा इतना था कि एक छोटे से बर्थडे पार्टी में पूरा बॉलीवुड पहुंच जाता था। आज भी उनकी वही प्रतिष्ठा कायम है और देश का कोई भी नेता, अभिनेता, या उद्योगपति उनसे अनजान नहीं है।
एक आदर्श नेता
आज के समय में जब राजनीति में ईमानदारी और सेवा भाव कम हो रहा है, वहाँ कृपाशंकर सिंह एक आदर्श नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं। उन्होंने साबित किया है कि राजनीति में सफलता पाने के लिए सिर्फ पैसा या ताकत ही काफी नहीं होती, बल्कि लोगों के दिलों में जगह बनाने के लिए ईमानदारी और सेवा भाव भी जरूरी होता है। जौनपुर में उनकी विकास योजनाओं और समाज सेवा के कार्यों ने उन्हें एक मसीहा के रूप में प्रस्तुत किया है।
उन्होंने क्षत्रिय समाज के लिए अपने पैसों से एक राजपूत गेस्ट हाउस बनवा रहे , जो मुफ्त में सेवा प्रदान करेगा ।
इसके पहिले भी कृपा शंकर जी ने एक महाराणा प्रताप मूर्ति स्थापित करके एक चौराहे का निर्माण कराया था जो प्रदेश के चर्चा का विषय बनी हुई हैं
जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं💐💐💐🎂
आज 31 जुलाई 2024 को मा कृपाशंकर सिंह जी का 73वां जन्मदिन है। इस अवसर पर हम उन्हें हार्दिक बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। हम आशा करते हैं कि वे जौनपुर के विकास के लिए और भी अधिक कार्य करेंगे और लोगों की सेवा करते रहेंगे। कृपाशंकर सिंह की कहानी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय है, और उनके संघर्ष और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके जन्मदिन पर हम उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।
रिपोर्ट
साभार
आपका
सुधांशु सिंह
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